प्रश्नावली 8 (C)
प्रश्न 1.
एक चतुर्भुज के कोण 3:5:9.13 के अनुपात में हैं। इस चतुर्भुज के सभी कोण ज्ञात कीजिए। हल : मान लीजिए चतुर्भुज के चारों कोण (3x)∘,(5x)∘,(9x)∘ और (13x)∘ हैं।
तब
3x+5x+9x+13x=360
30x=360x=36030=12
∴ कोण हैं (3 \times 12)^{\circ},(5 \times 12)^{\circ},(9 \times 12)^{\circ} और (13 \times 12)^{\circ} अर्थात् 36^{\circ}, 60^{\circ}, 108^{\circ} और 156^{\circ} हैं। उत्तर
प्रश्न 2.
यदि एक समान्तर चतुर्भुज के विकर्ण बराबर हों, तो दर्शाइए कि वह एक आयत है।
हल :
दिया है : एक समान्तर चतुर्भुज A B C D जिसमें A C=B D
सिद्ध करना है : A B C D एक आयत है।
उपपत्ति : \triangle A B C तथा \triangle D C B में,
A B=D C(समान्तर चतुर्भुज की सम्मुख भुजायें)
B C=B C(उभयनिष्ठ).
A C=D B(दिया है)
\Delta A B C \cong \triangle D C B(SSS गुण द्वारा)
\angle A B C=\angle B C D(सर्वांगसम त्रिभुजों के संगत भाग)
\angle A B C+\angle B C D=180^{\circ}(क्रमागत अन्तः कोणों का योग 180^{\circ} होता है)
2 \angle A B C=180^{\circ}
\angle A B C=90^{\circ}
\angle A B C=\angle D C B=90^{\circ}
अर्थात् A B C D एक आयत है।
प्रश्न 3.
दर्शाइए कि यदि एक चतुर्भुज के विकर्ण परस्पर समकोण पर समद्विभाजित करें तो वह एक समचतुर्भुज होता है।
हल :
चतुर्भुज A B C D में विकर्ण A C और B D बिन्दु O पर काटते हैं, जिससे कि A O=O C, B O=O D और A C \perp B D प्राप्त होते हैं।
सिद्ध करना है : A B C D एक समचतुर्भुज हैं।
उपपत्ति : चूँकि चतुर्भुज A B C D के विकर्ण A C और B D एक-दूसरे को समकोण पर समद्विभाजित करते हैं। \therefore A C, रेखाखण्ड B D का लम्ब समद्विभाजक है
\Rightarrow A और C दोनों B और D से समान दूरी पर हैं।
A B=A D और C B=C D...........(1 )
साथ ही, B D रेखाखण्ड' A C का लम्बीय समद्विभाजक है।
\Rightarrow B और D दोनों A और C से समान दूरी पर स्थित हैं
A B=B C और A D=D C.........(2)
A B=B C=C D=A D
इस प्रकार A B C D एक चतुर्भुज है, जिसके विकर्ण एक-दूसरे को समकोण पर समद्विभाजित करते हैं और चारों भुजाएँ बराबर हैं।
अत:, A B C D एक समचतुर्भुज है।
दूसरा प्रमाण : पहलले हम सिद्ध करेंगे कि A B C D एक समचतुर्भुज है।
\triangle A O D और \triangle C O B में,
\begin{aligned} A O &=O C \\ O D &=O B \\ \angle A O D &=\angle C O B \end{aligned}
सर्वांगसम की S A S रचना द्वारा,
\triangle A O D \cong \triangle C O B
\angle O A D=\angle O C B........(1)
(सर्वांगसम त्रिभुजों के सदृश भाग समान होते हैं)
अब रेखा A C, A D और B C को बिन्दु A तथा C पर क्रमशः इस प्रकार काटती हैं कि
\angle O A D=\angle O C B [समी. (1) से]
अर्थात् आंतरिक एकान्तर कोण बराबर होते हैं।
A D \| B C
A B \| C D
अत:, A B C D एक समान्तर चतुर्भुज है।
अब हम सिद्ध करेंगे कि समान्तर चतुर्भुज A B C D एक समचतुर्भुज है।
\triangle A O D और \triangle C O D में,
O A=O C
∠AOD=∠COD (दोनों समकोण हैं)
OD=OD (उभयनिष्ठ)
\therefore सर्वांगसम की SAS रचना द्वारा
\begin{aligned} \triangle A O D & \cong \triangle C O D \\ A D &=C D \end{aligned}...()
(सर्वांगसम त्रिभुजों के सदृश भाग बराबर होते हैं)
अंब A B C D एक समचतुर्भुज हैं (ऊपर सिद्ध कर चुके हैं)
A B=C D और A D=B C
(समचतुर्भुज के सम्मुख कोण बराबर हाते हैं)
A B=C D=A D=B C (समीकरण (2) से)
अतः चतुर्भुज A B C D एक समचतुर्भुज है।
प्रश्न 4.
दर्शाइए कि एक वर्ग के विकर्ण बराबर होते हैं और परस्पर समकोण पर समद्विभाजित करते हैं। हल : दिया है : एक वर्ग A B C D
सिद्ध करना है : A C=B D
A C \perp B D और O A=O C . O B=O D
उपपत्ति : चूँकि A B C D एक वर्ग है इसलिए A B \| D C और A D \| B C.
अब, A B \| D C और तिर्यक रेखा A C उन्हें क्रमशः A और C पर काटती है।
\angle B A C=\angle D C A (आतंरिक एकान्तर कोण बराबर होते है)
\angle B A O=\angle D C O.........(1)
पुन: A B \| D C और B D उन्हें क्रमश: B और D पर प्रतिच्छेद करती हैं
\angle A B D=\angle C D B \quad (आतंरिक एकांतर कोण बराबर होते हैं)
\angle A B O=\angle C D O.........(2)
अब \triangle A O B और \triangle C O D में,
\begin{aligned}\angle B A O &=\angle D C O \\A B &=C D\end{aligned} [समी. (1) से]
(समान्तर चतुर्भुज की सम्मुख भुजाएँ बराबर होती हैं)
\angle A B O=\angle C D O [समी. (2) से]
\therefore सर्वांगसम की A S A रचना द्वारा
\begin{aligned}\triangle A O B & \cong \triangle C O D \\O A &=O C \text { और } O\end{aligned}
O A=O C \text { और } O B=O D
(सर्वांगसम त्रिभुजों के सृदश भाग बराबर होते हैं)
अत: विकर्ण एक-दूसरे को समद्विभाजित करते हैं।
\triangle A D B और \triangle B C A में,
A D=B C (वर्ग की भुजाएँ बराबर होती हैं)
\angle B A D=\angle A B C (प्रत्येक कोण 90^{\circ} )
A B=B A (उभयनिष्ठ)
\therefore 'सवांगसम की SAS रचना द्वारा
\begin{aligned}\triangle A D B & \cong \Delta B C A \\A C &=B D\end{aligned}
(\because सवीगसम त्रिभुज के संगत भाग बराबर होते हैं अतः विकर्ण बराबर होते हैं)
अतं: \triangle A O B और \triangle A O D में,
O B=O D
(\because समान्तर चतुर्भुज में विकर्ण एक-दूसरे को समद्विभाजित करते हैं) A B=A D A O=A O (वर्ग की भुजाएं बराबर होती हैं) (उभयनिष्ठ)
सर्वांगसम की SSS रचना द्वारा,
\begin{aligned}&\triangle A O B & \cong \triangle A O D \\&\angle A O B=\angle A O D\end{aligned}(सर्वांगसम त्रिभुजों के संगत भाग बराबर होते हैं)
\begin{aligned} \angle A O B+\angle A O D &=180^{\circ} \\ \angle A O B &=\angle A O D=90^{\circ} \\ A O & \perp B D \\ A C & \perp B D \end{aligned}
अत: विकर्ण समकोणों पर प्रतिच्छेद करते हैं।
प्रश्न 5.
दर्शाइए कि यदि एक चतुर्भुज के विकर्ण बराबर हों और परस्पर समद्विभाजित करें, तो वह एक वर्ग होता है।
हल :
दिया है : एक चतुर्भुज A B C D में विकर्ण A C=B D, A O=O C, B O=O D और A C \perp B D है। सिद्ध करना है : चतुर्भुज A B C D एक वर्ग है।
उपपत्ति : पहले हम सिद्ध करेंगे कि A B C D एक समान्तर चतुर्भुज है। \triangle A O D और \triangle C O B में,
A O=O C(दिया है)
O D=O B (दिया है)
\angle A O D=\angle B O C ( शीर्षाभिमुख कोण)
सर्वांगसम की SAS रचना द्वारा
\begin{aligned}& \triangle A O D & \cong \Delta C O B \\& \angle O A D &=\angle O C B\end{aligned}.............(1)
(सर्वीगसम त्रिभुजों के सदृश भाग बराबर होते हैं)
अब रेखा A C रेखा A D और रेखा B C को क्रमशः A और C पर काटती है, जिससे कि
\angle O A D=\angle O C B (समी. (1) से)
अर्थात् आन्तरिक एकान्तर कोण बराबर होते हैं।
A D \| B C
A B \| C D
इसी प्रकार,
अत: A B C D एक समान्तर चतुर्भुज है।
अब हम सिद्ध करेंगे कि यह एक वर्ग है
\triangle A O B और \triangle A O D में,
A O=A O (उभयनिष्ठ)
\angle A O B=\angle A O D (प्रत्येक =90^{\circ}, दिया है)
O B=O D (दिया है)
(समान्तर चतुर्भुजों के विकर्ण एक-दूसरे को समद्विभाजित करते हैं)
\therefore सवांगसम की SAS रचना द्वारा
\begin{aligned} \triangle A O B & \cong \triangle A O D \\ A B &=A D \end{aligned}
(सर्वंगसम' त्रिभुजों के सदृश भाग बराबर होते हैं)
A B=C D और A D=B C
(समान्तर चतुर्भुज की सम्मुख भुजाएँ बराबर होती हैं)
A B=B C=C D=A D...........(1)
अब \triangle A B D और \triangle B A C में,
\begin{aligned} A B &=B A \\ A D &=B C \end{aligned}
(समान्तर चतुर्भुज की सम्मुख भुजाएँ बराबर होती हैं)
B D=A C
\therefore सवीगसम' की \mathrm{SSS} रचना द्वारा
\begin{aligned}&\triangle A B D \cong \triangle B A C \\&\angle D A B=\angle C B A\end{aligned}
(सर्वागसम त्रिभुजों के संगत भाग बराबर होंगे)
\angle D A B+\angle C B A=180^{\circ}. (समान्तर चतुर्भुज के अन्तः कोणों के योग से)
\begin{aligned}2 \angle D A B &=180^{\circ} \\\angle D A B &=90^{\circ} \\2 \angle C B A &=180^{\circ} \\\angle C B A &=90^{\circ}\end{aligned}
अतः A B C D एक वर्ग है।
प्रश्न 6.
समान्तर चतुर्भुज A B C D का विकर्ण A C कोण A को समद्विभाजित करता है। (देख़िए आकृति)। दर्शाइए कि (i) यह \angle C को भी समद्विभाजित करता है।
(ii) A B C D एक समचतुर्भुज है।
हल :
दिया है : एक समान्तर चतुर्भुज A B C D है जिसमें विकर्ण A C, \angle A को समद्विभाजित करता है। सिद्ध करना है : दिया गया विकर्ण A C, \angle C को भी समद्विभाजित करता है।
उपपत्ति : चित्रानुसार A B \| D C तथा A C एक तिर्यक रेखा इन्हें प्रतिच्छेदित करती है।
\angle 1=\angle 3 (एकान्तर कोण)...(i)
\angle 2=\angle 4 (एकान्तर कोण)...(ii)
\angle 1=\angle 2 [क्योंकि A C, \angle A को समद्विभाजित करती है।]...(iii)
\angle 3=\angle 4
अतः A C, \angle C को भी समद्विभाजित करती है।
प्रश्न 7.
A B C D एक समचतुर्भुंज है। दर्शाइए कि विकर्ण A C कोणों A और C दोनों को समद्विभाजित करता है तथा विकर्ण B D कोणों B और D दोनों को समद्विभाजित करता है।
हल :
'प्रश्नानुसार A B C D एक समचतुर्भुज है।
अत: A B=B C=C D=A D
माना कि विकर्ण B D का समद्विभाजक बिन्दु O है
अतः
O B=O D होगा।
अब \triangle A O B तथा \triangle A O D से,
O A=O A \quad (उभयनिष्ठ भुजाएँ) A B=A D (समचतुर्भुज की भुजाएँ)
O B=O D
क्योंकि समचतुर्भुज के विकर्ण परस्पर समद्विभाजित करते हैं।
अतः
\triangle A O B \cong \triangle A O D \quad (सर्वीगसमता' के \mathrm{SSS} नियम के अनुसार) \therefore
\angle O A D=\angle O A B
(क्योंकि ये 'सर्वांगसम त्रिभुजों के संगत भाग हैं।)
अर्थात् O A, \angle A को समद्विभाजित करता है।
इसी प्रकार.............(i)
\triangle B O C \cong \triangle D O C
\angle O C B=\angle O C D
O C, \angle C को समद्विभाजित करता है।............(ii)
अतः समीकरण (i) व (ii) के आधार पर यह कहा जा सकता है कि विकर्ण A C, \angle A और \angle C को समहिभाजित करता है। पुन: \triangle A O B और \triangle B O C में,
O B=O B
A B=B C
O A=O C
क्योंकि समचतुर्भुज के विकर्ण परस्पर समद्विभाजित करते हैं अतः
\triangle A O B \cong \triangle C O B \quad (सर्वांगसमता के नियम SSS के अनुसार) \angle O B A=\angle O B C (क्योंकि ये सवंगसम त्रिभुजों के संगत भाग हैं।)......(iii)
अत: O B, \angle \mathrm{B} को समद्विभाजित करता है।
\triangle A O D \cong \triangle C O D
\angle O D A=\angle O D C
\Rightarrow O D, \angle D को समद्विभाजित करता है।...........(iv)
समीकरण (iii) व (iv) के आधार पर यह कहां जा सकता है कि विकर्ण B D दोनों कोणों B तथा D को समद्विभाजित करता है।
प्रश्न 8.
A B C D एक आयत है जिसमें विकर्ण A C दोनों कोणों A और C को समद्विभाजित करता है। दर्शाइए कि (i) A B C D एक वर्ग है (ii) विकर्ण B D दोनों कोणों B और D को समद्विभाजित करता है। हल : प्रश्नानुसार एक आयत A B C D है जिसमें
A B=D C.............(1)
B C=A D
साथ ही प्रत्येक कोण अर्थात्
\angle A=\angle B=\angle C=\angle D=90^{\circ}
(i) त्रिभुज A B C और \triangle A D C में,
\angle 1=\angle 2
\angle 3=\angle 4
क्योंकि विकर्ण A C दोनों कोणों को समद्विभाजित करता है।
तथा
A C=A C
(उभयनिष्ठ भुजाएँ)
\therefore \triangle A B C \cong \triangle A D C \quad (सवींगसमता के नियम \mathrm{ASA} के अनुसार)
अतः A B=A D
'समीकरण (1) तथा (2) से A B=B C=A D=D C
अर्थात् आयत की सभी भुजाएँ समान हैं। अतः एक वर्ग है।
(ii) संलग्न चित्रानुसार
\triangle A B D तथा \triangle B D C में,
A B=B C [आयत A B C D एक वर्ग है।]
A D=D C [आयत A B C D एक वर्ग है।]
B D=B D (उभयनिष्ठ भुजाएँ)
\triangle A B D \cong B D C (सर्वंगसमता' के नियम SSS के अनुसार)
\angle A B D=\angle C B D.........(3)
(क्योंकि ये सर्वंगसम त्रिभुजों के संगत भाग है।)
\angle A D B=\angle C D B.............(4)
(क्योंकि ये सवांगसम त्रिभुजों के संगत भाग हैं)
अंतः समीकरण (3) व (4) के आधार पर यह कहा जा सकता है कि विकर्ण B D दोनों कोणों \mathrm{B} तथा \mathrm{D} को समद्विभाजित करता है।
प्रश्न 9.
समान्तर चतुर्भुज A B C D के विकर्ण B D पर दो बिन्दु P और Q इस प्रकार स्थित हैं कि D P=B Q है (देखिए आकृति)। दर्शाइए कि
(i) \triangle A P D \cong \Delta C Q B
(ii) A P=C Q
(iii) \Delta A Q B \cong \triangle C P D
(v) A P C Q एक समान्तर चतुर्भुज है।
(iv) A Q=C P
हल :
(i) प्रश्न के दिए चित्र के \triangle A P D तथा \triangle C Q B से,
\begin{aligned}D P &=B Q \\\angle A D P &=\angle Q B C\end{aligned}
क्योंकि समान्तर चतुर्भुज A B C D में A D \| B C तथा \cdot B D एक तिर्यक रेखा उन्हें काटती है।
\begin{array}{ll}\therefore \quad & \angle A D B=\angle D B C \\\therefore \quad \angle A D P & =\angle Q B C \\& \cdot A D=C B\end{array}
क्योंकि समान्तर चतुर्भुज की सम्मुख भुजाएँ बराबर होती हैं।
\triangle A P D \cong \triangle C Q B (सवांगसमता' के नियम SAS के अनुसार)
(ii) A P=C Q(क्योंकि ये सवींगसम त्रिभुजों के संगत भाग हैं)
(iii) अब पुन :' \triangle A Q B तथा \triangle C P D से,
\begin{aligned} B Q &=D P \\ \angle A B Q &=\angle P D C \end{aligned}
क्योंकि समान्तर चुर्भुज A B C D में A B \| C D तथा B D एक तिर्यक रेखा इकको काटती है।
\begin{aligned} \angle A B D &=\angle B D C \\ \angle A B Q &=\angle P D C \\ A B &=C D \end{aligned}
क्योंकि समान्तर चतुर्भुज की सम्मुख भुजाएँ समान होती हैं।
\Delta A Q B \cong \triangle C P D (सवौगसमता के नियम \mathrm{SAS} के अनुसार)
(iv) A Q=C P
(क्योंकि ये सवीगसम त्रिभुजों के संगत भाग हैं।)
(v) अब चतुर्भुज A P C Q से
A P=C Q (भाग ii से)
A Q=C P (भाग iy से)
अर्थात् चतुर्भुज A P C Q की सम्मुख भुजाएँ बराबर हैं। हम जानते हैं कि एक समान्तर चतुर्भुज़ की सम्मुख भुजाएँ समान होती है। अतः A P C Q एक समान्तर चतुर्भुज है।
प्रश्न 10.
A B C D एक समान्तर चतुर्भुज है तथा A P और C Q शीर्षों A और C से विकर्ण B D पर क्रमशः लम्ब हैं (देखिए आकृति)। दर्शाइए कि
(i) \triangle A P B \cong \Delta C Q D
(ii) A P=C Q
हल :
प्रश्नानुसार A B C D एक समान्तर चतुर्भुज है
जिसमें A B \| D C तथा B D एक तिर्यक रेखा है।
\angle 1=\angle 2 (एकान्तर कोण)...(i)
(i) अब आकृति में बनने वाले \triangle A P B और \triangle C Q D में
∠APB=∠CQD=90° ( दिया है)
∠1=∠2 [समीकरण (i) के अनुसार]
AB=CD
[क्योंकि समान्तर चतुर्भुज की सम्मुख भुजाएँ बराबर होती हैं।]
\triangle A P B \cong \triangle C Q D (सवागसमता के नियम \mathrm{AAS} के अनुसार)
(ii) \therefore A P=C Q
(क्योंकि ये सवांगसम त्रिभुजों के संगत भाग हैं)
प्रश्न 11.
\triangle A B C और \triangle D E F में, A B=D E, A B \| D E, B C=E F और B C \| E F हैं। शीर्षों A, B और C को क्रमशः शीर्षों D, E और \mathrm{F} से जोड़ा जाता है (देखिए आकृति)। दर्शाइए कि
(i) चतुर्भुज A B E D एक समान्तर चतुर्भुज है।
(ii) चतुर्भुज. B E F C एक समान्तर चतुर्भुज है।
(iii) A D \| C F और A D=C F है।
(iv) चतुर्भुज A C F D एक समान्तर चतुर्भुज है।
(v) A C=D F है।
(vi) \triangle A B C \cong \Delta D E F है।
हल :
दिया है : दो \triangle A B C और \triangle D E F इस प्रकार हैं कि A B=D E, A B \| D E साथ ही B C=E F और B C \| E F .
सिद्ध करना है : (i) चतुर्भुज A B E D एक समान्तर चतुर्भुज है।
(ii) चतुर्भुज B E F C एक सुमांतर चतुर्भुज है।
(iii) A D \| C F और A D=C F.
(iv) चतुर्भुज A C F D एक समान्तर चतुर्भुज है।
(v) A C=D F.
(vi) \triangle A B C \cong \triangle D E F,
उपपत्ति : (i) चतुर्भुज A B E D में,
A B=D E और,A B \| D E
\Rightarrow सम्मुख भुजाओं का एक युग्म बराबर और समानान्तर होता है।
\Rightarrow A B E D एक समान्तर चतुर्भुज है।
(ii) अब चतुर्भुज B E F C में,
B C=F E और B C \| E F
\Rightarrow सम्मुख भुज्जाओं का एक युग्म बराबर और समानान्तर होता है
\Rightarrow B E F C एक समान्तर चतुर्भुज है।
(iii) अब, A D=B E और A D \| B E....(1)
(\because A B E D एक समान्तर चतुर्भुज है)
C F=B E और C F \| B E.................(2)
(\because B E F C.एक समान्तर चतुर्भुज है)
समी. (1) और (2) से,
A D=C F और A D \| C F.
(iv) चूँकि A D=C F और A D \| C F
\Rightarrow सम्मुख भुजाओं का एक युग्म बराबर और समानान्तर होता हैं।
\Rightarrow A C F D एक समान्तर चतुर्भुज है।
(v) चूँकि A C F D एक समान्तर चतुर्भुज है।
\thereforeA C=D F और A C \| D F
(vi) \triangle A B C और \triangle D E F में.
AB=DE (समांतर चतुर्भुज ABED की सम्मुख भुजाएँ)
BC=EF , (समांतर चतुर्भुज BECF की सम्मुख भुजाएँ)
CA=FD (समांतर चतुर्भुज ACFD की सम्मुख भुजाएँ)
\therefore सर्वीगसम की SSS रचना से,
\triangle A B C \cong \triangle D E F
प्रश्न 12.
A B C D एक समलम्ब है, जिसमें A B \| D C और A D=B C है (देखिए आकृति)। दर्शाइए कि
(i) \angle A=\angle B
(iii) \triangle A B C \cong \triangle B A D
(ii) \angle C=\angle D
(iv) विकर्ण A C= विकर्ण B D है।
हल :
दिया है : A B C D एक समलम्ब है जिसमें A B \| D C और A D=B C है। सिद्ध करना है : (i) \angle A=\angle B
(ii) \angle C=\angle D
(iii) \triangle A B C \cong \triangle B A D
(iv) विकर्ण A C= विकर्ण B D
रचना : A B रेखाखण्ड को आगे बढ़ाया और एक C E \| A D रेखा खीची। रेखा C E, A B के बढ़े हुए भाग को बिन्दु E पर मिलती है। A D C E एक समान्तर चतुर्भुज है।
A D \| C E तथा A D=C E
उपपत्ति : (i) चतुर्भुज A D C E में,
\begin{aligned} A D & \| C E \\ A E & \| D C \\ A D &=E C \\ A D &=B C \\ B C &=E C \\ \angle C B E &=\angle B E C, \\ \angle A+\angle E &=180^{\circ} \end{aligned}
\begin{aligned} \angle E &=\angle C B E \\ \angle A+\angle C B E &=180^{\circ} \\ \angle A B C+\angle C B E &=180^{\circ} \\ \angle A=\angle A B C &=\angle B \end{aligned}
(ii) \begin{aligned} \angle A &=\angle B C D \text { and } \angle B=\angle D \\ \angle B C D &=\angle D \\ \angle C &=\angle D \end{aligned}
(iii) \triangle A B C तथा \triangle B A D में,
\begin{aligned}B C &=A D \\A B &=B A \\\angle A &=\angle B \\\triangle A B C & \cong \triangle B A D\end{aligned} (SAS गुण)
(iv)विकर्ण A C= विकर्ण B D. (सवांगसम त्रिभुजों के संगत भाग)
प्रश्न 13.
सिद्ध कीजिए कि एक वर्ग की भुजाओं के मध्य बिन्दुओं को मिलाकर बनाया गया चतुर्भुज एक वर्ग ही है ।
हल :
ज्ञात है : A B C D एक वर्ग है जिसकी भुजाओं के मध्य बिन्दु P, Q, R, S से एक चतुर्भुज P Q R S बनता है । सिद्ध करना है : चतुर्भुज P Q R S एक वर्ग है ।
उपपत्ति : \triangle A P S और \triangle B P Q में,
A P=B P [P, A B का मध्य बिन्दु है]
A S=B Q, \quad[\because A D=B C और Q तथा S मध्य बिन्दु हैं]
\angle P A S^{\circ}=\angle P B Q[ प्रत्येक समकोण]
\begin{aligned} \Delta A P S & \cong \triangle B P Q \\ P S &=P Q \end{aligned}....(1)
इसी प्रकार \triangle A P S और \triangle D S R में,
P S=S R
इसी प्रकार \triangle A P S और \triangle D S R में,
P S=S R..................(2)
और \triangle B P Q और \triangle C Q R में,
P Q=Q R.............(3)
समीकरण (1), (2) व (3) से,
P S=P Q=Q R=S R
अतः P Q R S एक चतुर्भुज है जिसकी भुजाएँ बराबर हैं
अब \triangle A P S में,
\begin{aligned} \angle A P S+\angle A S P+\angle P A S &=180^{\circ} \\ \angle A P S+\angle A S P+90^{\circ} &=180^{\circ} \\ \angle A P S+\angle A S P &=180^{\circ}-90^{\circ} \\ \angle A P S+\angle A S P &=90^{\circ} \\ A P &=A S \\ \angle A P S &=\angle A S P \\ &=45^{\circ} \\ \angle A P S &=45^{\circ} \end{aligned}
इसी प्रकार \triangle B P Q में,
\begin{aligned}\angle B P Q &=45^{\circ} \\\because \quad \angle A P S+\angle S P Q+\angle B P Q &=180^{\circ}\\45^{\circ}+\angle S P Q+45^{\circ} &=180^{\circ} \\\angle S P Q &=180^{\circ}-90^{\circ} \\\angle S P Q &=90^{\circ}\end{aligned}
पुन: इसी प्रकार
\begin{aligned}\angle P Q R &=90^{\circ} \\\angle Q R S &=90^{\circ} \\\angle R S P &=90^{\circ}\end{aligned}
\because चतुर्भुज P Q R S ऐसा समान्तर चतुर्भुज है जिसकी चारों भुजाएँ बराबर और प्रत्येक अन्तःकोण समकोंण है । \therefore चतुर्भुज P Q R S वर्ग है,।
यही सिद्ध करना था ।
प्रश्न 14.
एक चतुर्भुज A B C D के विकर्ण परस्पर लम्ब हैं । सिद्ध कीजिए कि इसकी भुजाओं के मध्य बिन्दुओं को मिलाने वाले रेखाखण्डों से एक आयत बनता है ।
हल :
ज्ञात है : चतुर्भुज A B C D के विकर्ण A C और B D परस्पर लम्ब हैं तथा P, Q, R, S चतुर्भुज की भुजाओं के मध्य बिन्दु हैं। E, F, G, H क्रमशः S P, P Q, Q R तथा R S पर बिन्दु हैं।
सिद्ध करना है : P Q R S एक आयत है ।
उपपत्ति : \triangle A B D में, बिन्दु S और P क्रमशः A D और A B के मध्य बिन्दु हैं ।
S P=\frac{1}{2} B D \text { और } S P, \| D B............(1)
\triangle B C D में, बिन्दु R और Q क्रमशः D C और B C के मध्य बिन्दु हैं ।
\therefore R Q=\frac{1}{2} B D \text { और } R Q \| B D..........(2)
समीकरण (1) व (2) से,
S P=R Q \text { और } S P \| R Q
अतः P Q R S एक समान्तर चतुर्भुज है ।
R Q \| B D या R G=H O, [सभीकरण (2) से]
तथा GO तिर्यक् रेखा है ।
\begin{aligned}\angle H O G+\angle O G R &=180^{\circ} \\90^{\circ}+\angle O G R &=180^{\circ} \\\angle O G R &=90^{\circ}\end{aligned}
S R \| A C तथा R Q तिर्यक् रेखा है ।
\begin{aligned}\therefore \quad \angle O G R+\angle G R H &=180^{\circ} \\90^{\circ}+\angle G R H_{.} &=180^{\circ} \\\angle G R H &=180^{\circ}-90^{\circ} \\\angle G R H &=90^{\circ}\end{aligned}
\because P Q R S एक ऐसा समान्तर चतुर्भुज है जिसका एक कोण 90^{\circ} है ।
अतः P Q R S एक आयत है ।
प्रश्न 15.
सिद्ध कीजिए कि समान्तर चतुर्भुज A B C D में A व B पर बने कोणों के अन्तः तथा बाह्य समद्विभाजक द्वारा एक आयत बनता है ।
हल :
दिया है : A B C D समान्तर चतुर्भुज में \angle A तथा \angle B के अन्तः अर्द्धक A P तथा B P और A Q तथा B Q हैं । ये P तथा Q पर मिलते हैं ।
सिद्ध करना है : A P B Q आयत है ।
उपपत्ति : \triangle A B P में,
\begin{aligned} \angle A P B &=180^{\circ}-\left(\frac{A}{2}+\frac{B}{2}\right) \\ &=180^{\circ}-\frac{A+B}{2} \\ &=180^{\circ}-\frac{180^{\circ}}{2} \\ &=180^{\circ}-90^{\circ}=90^{\circ} . \end{aligned}
[:. समान्तर चतुर्भुज A B C D में, \angle A+\angle B=180^{\circ} ]
इसी प्रकार \triangle A Q B में, तथा \angle A Q B=90^{\circ}
पुनः \begin{aligned} \angle P A Q &=\angle P B Q=90^{\circ} \\ \angle P A B &=\angle A B Q \end{aligned}
रेखा A P तथा B Q को A B काटती है ।
A P \quad \| B Q तथा A P=B Q
A Q II B P तथा A Q=B P
अत: A P B Q आयत है ।
प्रश्न 16.
सिद्ध कीजिए आयत की संलगन भुजाओं के मध्य बिन्दुओं को मिलाने से निर्मित चतुर्भुज समचतुर्भुज होता है ।
हल :
ज्ञात है : एक आयत A B C D है जिसकी भुजाओं A B, B C, C D और D A के मध्य बिन्दु क्रमशः P, Q, R और s हैं।
सिद्ध करना है : चतुर्भुज PQRS समचतुर्भुज है ।
उपपत्ति : \triangle A P S और \triangle B P Q में,
AP=BP [P, A B का मध्य बिन्दु है]
AS=BQ [AD=CB , तथा बिन्दु P और O इनके मध्य बिन्दु हैं] ]
∠PAS=∠PBQ [प्रत्येक समकोण ]
SP=PQ............(1)
इसी प्रकार \triangle A P S और \triangle S D R से,
SP=SR...........(2)
और ΔAPS और \triangle C Q R से,
SP=QR...................(3)
समीकरण (1), (2) व (3) से,
SP=SR=QR=PQ
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