प्रश्नावली 13 (E)
प्रश्न 1.
निम्न त्रिज्या वाले गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए :
(i) 10.5 सेमी,
(ii) 5.6 समी,
(iii) 14 सेमी।
हल :
(i) माना
r=गोले की त्रिज्या=10.5 सेमी
पृष्ठीय क्षेत्रफल =4πr2.
=(4×227×10⋅5×10.5) सेमी 2
=1386 सेमी 2 ।
(ii) माना
= गोले की त्रिज्या
=5.6 सेमी
पृष्ठीय क्षेत्रफल
=4πr2=(4×227×5.6×5.6)
=394.24 सेमी 2
(iii) माना
r=गोले की त्रिज्या
=14 सेमी
पृष्ठीय क्षेत्रफल
=(4×227×14×14)
=2464 सेमी 2
प्रश्न 2.
क्रिकेट की गेंद का व्यास 14 सेमी है। उस गेंद का वक्रपृष्ठ तथा आयतन ज्ञात कीजिए। हल : माना क्रिकेट की गेंद की त्रिज्या,
r=व्यास / 2 =142=7 सेमी
तब,
गेंद का वक्रपृष्ठ
=4πr2=4×227×7×7=88×7
=616 वर्ग सेमी
तथा गेंद का आयतन
=43πr3=43×227×7×7×7
=88×493=43123
=143713 घन सेमी
वक्रपृष्ट =616 वर्ग सेमी
आयतन =1437 घन सेमी।
प्रश्न 3.
निम्न व्यास वाले गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए :
(i) 14 सेमी,
(ii) 21 सेमी,
(iii) 3⋅5 सेमी।
हल :
(i) यहाँ, r=142 सेमी =7 सेमी
पृष्ठीय क्षेत्रफल
=4πr2=(4×227×7×7)
=616 सेमी 2
(ii) यहाँ, r=212 सेमी =10.5 सेमी
∴पृष्ठीय क्षेत्रफल
=4πr2=(4×227×10.5×10.5)i
=1386 सेमी 2
(iii) यहाँ, r=3.52 सेमी =1.75 सेमी
∴पृष्ठीय क्षेत्रफल
=4πr2=(4×227×1.75×1.75)
=38.5 सेमी 2
प्रश्न 4.
10 सेमी त्रिज्या वाले एक अर्द्धगोले का पृष्ठ्वय क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए। ( π=3⋅14 लीजिए)
हल : यहाँ r=10 सेमी
अर्द्धगोले का कुल क्षेत्रफल
=3πr2=(3×3⋅14×10×10)।
=942 सेमी 2
प्रश्न 5.
एक लोहे के ठोस गोले का अर्द्धव्यास 13 सेमी है । एक समतल गोले को केन्द्र से 5 सेमी की दूरी पर काटता है । समतल परिच्छेद का क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए ।
हल :
O केन्द्र का एक ठोस गोला है जिसकी त्रिज्या OA=13 सेमी, समतल AB केन्द्र से OC=5 सेमी दूरी पर है । माना इस समतल परिच्छेद की त्रिज्या r है, तब
समकोण △ACO में,
OA2=OC2+AC2(13)2=(5)2+r2
समतल परिच्छेद का क्षेत्रफल
=π(12)2
=144𝛑 वर्ग सेमी
समतल परिच्छेद का अभीष्ट क्षेत्रफल 144𝛑 वर्ग सेमी ।
प्रश्न 6.
एक अर्द्धगोलीय प्याले में कितना पानी आयेगा जिसका व्यास 6⋅3 सेमी है ?
हल :
माना अर्द्धगोलीय प्याले की त्रिज्या
r=6⋅32 सेमी
कुल पानी की मात्रा = अर्द्धगोलीय प्याले का आयतन
=23πr3=23×227×6⋅32×6⋅32×6⋅32=11×0.3×6.3×6.32=130.9972=65.4885
=65.49 घन सेमी
प्रश्न 7.
एक ठोस 'गोलाकार' पिण्ड का 2 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से रंगवाने का व्यय 308⋅00 रु. है । उसकी त्रिज्या ज्ञात कीजिए ।
हल :
माना गोले की त्रिज्या r मीटर है, तब
वक्रतल =4πr2 वर्ग मीटर
2 रु. प्रति वर्ग मीटर की दर से 4πr2 वक्रतल को रंगवाने का कुल खर्च
=4πr2×2=8πr2
8×227r2=308r2=7×3088×22=7×288×2=7×74r=72
=3.5 मीटर
अभीष्ट त्रिज्या =3.5 मीटर ।
प्रश्न 8.
एक गोले का वक्रपृष्ठ 144π वर्ग सेमी है । गोले का व्यास ज्ञात कीजिए ।
हल :
माना गोले की त्रिज्या r सेमी है, तब
वक्रपृष्ठ
=4πr24πr2=144π
r2=1444=36
या r=6 सेमी
गोले का व्यास =2× त्रिज्या =2×6=12 सेमी
अत अभीष्ट व्यास =12 सेमी ।
प्रश्न 9.
एक अर्द्धगोलीय गुम्बद का व्यास 12 मीटर है । उसके वक्रपृष्ठ के रंगवाने का व्यय 1⋅75 रु. प्रति वर्ग मीटर की दर से कितना होगा ?
हल :
माना अर्द्धोलीय गुम्बद की त्रिज्या
r=122=6 मीटर
वक्रपृष्ठ
=2πr2=2×227×(6)2
=2×22×367 वर्ग मीटर
1.75 रु. प्रति वर्ग मीटर की दर से रंगवाने का कुल व्यय
=2×22×367×1.75=2×22×36×0.25=396
अतः कुल व्यय =396 रु.
प्रश्न 10.
लोहे के एक गोले का व्यास 3.0 सेमी है। जिसे पिघलाकर तीन गोलियाँ बनाई गई हैं। इनमें से दो गोलियों का व्यास 2.5 सेमी तथा 1.5 सेमी है, तो तीसरी गोली का व्यास ज्ञात कीजिए।
हल :
माना एक गोले की त्रिज्या
r=32=1.5 सेमी
पिघलाने के बाद एक गोली की त्रिज्या r1=2⋅52 सेमी
दूसरी गोली की त्रिज्या r2=1.52 सेमी
माना तीसरी गोली की त्रिज्या r3 है।
तब एक गोले का आयतन = पिघलाने के बाद बनी तीनों गोलियों के आयतन का योग
43πr3=43πr31+43πr32+43πr33r3=r31+r32+r33(1⋅5)3=(2.52)3+(1⋅52)3+r33(1510)3=(252×10)3+(152×10)3+r33(32)3=(54)3+(34)3+r33278=12564+2764+r33r33=278−12564−2764=216−125−2764
व्यास=2r3=2×1=2
प्रश्न 11.
एक गोलाकार गुब्बारे में हवा भरने पर उसकी त्रिज्या 7 सेमी से 14 सेमी हो जाती है। इन दोनों स्थितियों में, गुब्बारे के पृष्ठीय क्षेत्रफलों का अनुपात ज्ञात कीजिए।
हल :
पहले गुब्बारे की त्रिज्या r=7 सेमी
पृष्ठीय क्षेत्रफल S1=4πr2
=4×227×7×7
=88×7 सेमी 2
हवा भरने के बाद गुब्यारे की त्रिज्या R=14 सेमी
पृष्ठीय क्षेत्रफल S2=4πR2
=4×227×14×14=88×28S1S2=88×788×28.
=14 or 1: 4 सेमी 2
प्रश्न 12.
तीन धातु की गेंदें जिनकी त्रिज्याएँ क्रमशः 1 सेमी, 8 सेमी तथा 6 सेमी हैं। इनको पिघलाकर एक ठोस गेंद बनाई गई है। इसकी त्रिज्या ज्ञात कीजिए।
हल :
माना तीन धातु की गेंदों की त्रिज्याएँ r1=1 सेमी, r2=8 सेमी, r3=6 सेमी हैं। इनको पिघलाकर बनी एक ठोस गेंद की त्रिज्या r है, तब
बनी बड़ी गेंद का आयतन = तीनों गेंदों के आयतनों का योग
43πr3=43πr31+43πr32+43πr33r3=(1)3+(8)3+(6)3r3=1+512+216=729
r=9 सेमी
पिघलाकर बनी गेंद की त्रिज्या =9 सेमी।
प्रश्न 13.
उस गोले का आयतन ज्ञात कीजिए जिसकी त्रिज्या निम्न है :
(i) 7 सेमी
(ii) 0.63 सेमी
हल :
(i) यहाँ
r=7 सेमी
गोले का आयतन
=43πr3=43×227×7×7×7 सेमी 3
=88×493 सेमी 3
=43123 सेमी 3=1437.3 सेमी 3 ।
r=0.63 मी।
(ii)गोले का आयतन =43πr3
=43×227×63100×63100×63100 मी 3
=1.047816 मी 3
=1.05म3l
प्रश्न 14.
उस ठोस गोलाकार गेंद द्वारा हटाए गए (विस्थापित) पानी का आयतन ज्ञात कीजिए, जिसका व्यास निम्न है :
(i) 28 सेमी,
(ii) 0.21 मी ।
हल :
(i) गोले के लिये व्यास =28 सेमी, त्रिज्या, r=14 सेमी
ठोस गोलाकर गेंद द्वारा हटायी जाने वाली पानी की मात्रा= इसका आयतन
=43πr3=43×227×14×14×14=88×3923=344963
=11498.67 सेमी 3
व्यास =0.21 मी.
(ii)
त्रिज्या, r=0.212=0.105 मी.
'गोलाकार गेंद द्वारा हटाये पानी की मात्रा = इसका आयतन
=43πr3=43×227×(0.105)3
=0.004851 मी 3
प्रश्न 15.
धातु की एक गेंद का व्यास 4.2 सेमी है। यदि इस धातु का घनत्व 8.9 ग्राम प्रति सेमी 3 है, तोइस गेंद का द्रव्यमान ज्ञात कीजिए।
हल :
गेंद का व्यास =4.2 सेमी
∴ त्रिज्या =4.22 सेमी =2.1 सेमी
गेंद का आयतन
=43πr3=(43×227×2.1×2.1×2.1)
=38.808 सेम 3
धातु का घनत्व 8.9 ग्राम प्रति घन सेमी है।
∴ गेंद का द्रव्यमान =(38.808×8.9) ग्राम
=345.3912 ग्राम।
प्रश्न 16.
चंद्रमा का व्यास पृथ्बी के व्यास का लगभग एक-चौथाई है। चंद्रमा का आयतन पृथ्वी के आयतन की कौन-सी भिन्न है ?
हल :
माना पृथ्वी का व्यास =8x
चन्द्रमा का व्यास =14×8x=2x
पृथ्वी की त्रिज्या =4x
चन्द्रमा की त्रिज्या =x
चन्द्रमा का आयतन, V1=43π(x)3
पृथ्वी का आयतन, V2=43π(4x)3
अभीष्ट अनुपात =V1V2=43π(x)343π(4x)3=164 या 1:64.
प्रश्न 17.
व्यास 10-5 सेमी वाले एक अर्द्धगोलाकार कटोरे में कितने लीटर दूध आ सकता है?
हल :
अर्द्धगोलाकार कटोरे के लिये, व्यास =10.5 सेमी
त्रिज्या,r=10.52=5.25 सेमी
अर्द्धगोलाकार कटोरे का आयतन =23πr3
=23×227×(5.25)3=23×227×5.25×5.25×5.25=6366.937521
=303.1875 सेमी 3
धारिता (लींटर में) =303.18751000 लीटर
=0.3031875 लीटर।
प्रश्न 18.
एक अर्द्धगोलाकार टंकी 1 cm मोटी एक लोहे की चादर (sheet) से बनी है। यदि इसकी आन्तरिक त्रिज्या 1 m है, तो इस टंकी के बनाने में लगे लोहे का आयतन ज्ञात कीजिए।
हल :
अर्द्धगोलाकार टंकी की आन्तरिक त्रिज्या (r)=1 m
अर्थात् r=100 cm
चादर की मोटाई =1 cm
कटोरे की बाह्य त्रिज्या (R)=100+1=101 cm
टंकी को बनाने में प्रयुक्त लोहे का आयतन = बाह्य अर्द्धगोले का आयतन
- आन्तरिक अर्द्धगोले का आयतन =23×πR3−23πr3 =23×π[R3−r3] =23×227[(101)3−(100)3] =4421[1030301−1000000]cm3 =4421×30301 cm3 =133324421 cm3 =63487.81 cm3
1 cm3=11000000 m3=63487.811000000 m3=0.06348 m3 (लगभग)।
प्रश्न 19.
उस गोले का आयतन ज्ञात कीजिए जिसका पृष्ठीय क्षेत्रफल 154 cm2 है।
हल :
गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल =154 cm2
माना कि गोले की त्रिज्या r है। अतः
4πr2=1544×227r2=154r2=154×74×22 cm=494 cmr=√494=72 cm
अतः गोले का आयतन =43π3
=43×227×(72)3 cm3=43×227×72×72×72 cm3=13×11×49 cm3=5393 cm3=17923 cm3
प्रश्न 20.
किसी भवन का गुम्बद एक अर्द्धगोले के आकार का है। अन्दर से, इसमें सफेदी कराने में 498.96 रुपये व्यय हुए। यदि सफेदी कराने की दर 2 रुपये प्रति वर्ग मीटर है, तो ज्ञात कीजिए :
(i) गुम्बद का आन्तरिक वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल
(ii) गुम्बद के अन्दर की हवा का आयतन।
हल :
(i) सफेदी कराने का कुल व्यय =498.96 रु.
सफेदी कराने की दर =2.00 रु. प्रति m2
∴ सफेदी कराने योग कुल क्षेत्रफल = कुल व्यय / दर
=498.962=249.48 m2
∴ गुम्बद का आन्तरिक पृष्ठीय क्षेत्रफल =249.48 m2.
(ii) माना कि गुम्बद की आन्तरिक त्रिज्या =r
2π2=249.48
2×227×r2=249:48r2=249⋅48×72×22=24948×72×22×100−567×7100=81×7×7100r=√81×7×7100=9×710r=6.3 m
गुम्बद के अन्दर हवा का आयतन उस गोलार्द्ध गुम्बद का आयतन होगा
=23πr3=23×227×6.3×6.3×6.3 m3=44×2.1×0.9×6.3 m3=523.9 m3.
प्रश्न 21.
लोहे के सत्ताइस ठोस गोलों को पिघलाकर, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या r है और पृष्ठीय क्षेत्रफल S है, एक बड़ा गोला बनाया जाता है जिसका पृष्ठीय क्षेत्रफल S′ हैं। ज्ञात कीजिए :
(i) नए गोले की त्रिज्या r′
(ii) S और S′ का अनुपात।
हल :
गोलों की संख्या =27
तथा प्रत्येक गोले की त्रिज्या =r
एक गोले का आयतन =43πr3
तथा
27 गोलों का आयतन
=27×43πr3=36πr3...........(i)
इस गोलों को पिघलाकर r त्रिज्या का एक नया गोला बनाया गया है। अतः नए गोले का आयतन =43π(r)3..........(ii)
समीकरण (i) व (ii) की तुलना करने पर
43πr3=36πr3
πr′3πr3=36×34r3r3=9×3=3×3×3=(3)3(r′3r3)3=(3)3r′r=3r=3r
अर्थात्न ए गोले की त्रिज्या =3r
दिए गए प्रश्नानुसार गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल S तथा त्रिज्या r है .
∴ S=4πr2.......(iii)
नए गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल S′ तथा त्रिज्या r′ है
S=4πr′2=4π(3r)2S=4π×3r×3r [∵r′=3r]
S′=4π×3r×3r=36πr2..........(iv)
समीकरण (iii) व (iv) से
SS=4πr236πr2=436=19
अतः$ और S का अनुपात =1: 9.
प्रश्न 22.
दवाई का एक कैप्सूल (capsule) 3.5 mm व्यास का एक गोला (गोली) है। इस कैप्पूल को भरने के लिए कितनी दवाई (mm3) की आवश्यक्ता होगी?
हल : माना कि दवाई के कैप्सूल की त्रिज्या r हैं
व्यास (2r)=3.5 mm
r=3.52 mm
r=3520 mm
r=74 mm
कैप्सूल को भरते समय आवश्यक दवाई की मात्रा उसके आयतन के बराबर होगी अर्थात्
आयतन =43πr3=43×227×(74)3 mm3=43×227×74×74×74 mm3=11×7×73×2×4 mm3=53924 mm3=22.46 mm3 (लगभग)।
प्रश्न 23.
पीतल से बने एक अर्द्धगोलाकार कटोरे का आंतरिक व्यास 10.5 सेमी है। 16 रु. प्रति 100 सेमी 2 की दर से इसके आंतरिक पृष्ठ पर कलई कराने का व्यय ज्ञात कीजिए।
हल :
कटोरे के लिये, आन्तरिक व्यास =10.5 सेमी
आन्तरिक त्रिज्या =10.52 सेमी
कटोरे का आन्तरिक वक्र पृष्ठ =2πr2
=2×227×10.52×10.52
=173.25 सेमी 2
कलई कराने की दर =16 रुपए प्रति सेमी 2
अतः कलई कराने की कीमत
=(16100×173.25)
=27.72 रु.
उत्तर
प्रश्न 24.
उस गोले की त्रिज्या ज्ञात कीजिए, जिसका पृष्ठीय क्षेत्रफल 154 cm2 है। हल : प्रश्नानुसार गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल =154 cm2
अब माना कि गोले की त्रिज्या r cm है, अतः
4πr2=154
4×227×r2=154r2=154×74×22=7×74=494r=√494=72r=3.5 cm
प्रश्न 25.
चन्द्रमा का व्यास पृथ्वी के व्यास का लगभाग एक-चौथाई है। इन दोनों के पृष्ठीय क्षेत्रफलों का अनुपात ज्ञात कीजिए।
हल :
माना कि पृथ्वी का व्यास x है, तो चन्द्रमा का व्यास 14×x=x4 होगा।
अब पृथ्वी की त्रिज्या =x2
तथ चन्द्रमा की त्रिज्या =12×x4=x8
अतः पृथ्वी का पृष्ठीय क्षेत्रफलं =4πr2
=4π×x2×x2
=π×x2...........(i)
इसी प्रकार
चन्द्रमा का पृष्ठीय क्षेत्रफल =4πr2
=4×π×x8×x8=π×x216............(ii)
इन दोनों के पृष्ठीय क्षेत्रफलों का अनुपात =चन्द्रमा का पृष्ठीय क्षेत्रफल / पृथ्वी का पृष्ठीय क्षेत्रफल
πx2=16πx21=πx216×1πx2
=116
अनुपात =1: 16
प्रश्न 26.
एक अर्द्धगोलाकार कटोरा 0.25 cm मोटी स्टील से बना है। इस कटोरे की आन्तरिक त्रिज्या 5 cm है। कटोरे का बाहरी वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए।
हल :
प्रश्नानुसार, कटोरे की आन्तरिक त्रिज्या (r)=5 cm
स्टील की मोटाई (x)=0.25 cm
अत :
कटोरे की बाह्म त्रिज्या (R)=r+x
=5+0.25=5.25 cm
अतः कटोरे का बाह्य पृष्ठीय क्षेत्रफल =2πR2
=2×227×5.25×5.25 cm2=2×227×525100×525100 cm2=2×227×214×214 cm2=11×3×214=6934=173.25 cm2
उत्तर
प्रश्न 27.
एक लम्ब वृत्तीय बेलन की त्रिज्या r वाले एक गोले को पूर्णतया घेरे हुए है (देखिए आकृति)। ज्ञात कीजिए :
(i) गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल
(ii) बेलन का वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल
(iii) उपर (i) और (ii) में प्राप्त क्षेत्रफलों का अनुपात।
हल :
(i) गोले की त्रिज्या =r
गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल =4πr2.
(ii) चूँकि गोला बेलन के अन्तर्गत है, अतः बेलन की ऊँचाई गोले के व्यास तथा बेलन की त्रिज्या गोले की त्रिज्या के समान होगी।
∴ बेलन की त्रिज्या =r
बेलन की ऊँचाई (h)=2r
बेलन का वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल =2πrh
=2×π×r×2r=4πr2
(iii) गोले का पृष्ठीय क्षेत्रफल
बेलन के वक्र पृष्ठ का क्षेत्रफल
=4πr24πr2=11
अतःअनुपात =1: 1
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