Loading [MathJax]/jax/output/HTML-CSS/jax.js

Dr Manohar Re Solution CLASS 9 CHAPTER 13 पृष्ठीय क्षेत्रफल और आयतन [SURFACE AREAS AND VOLUMES] प्रश्नावली 13 (C)

 प्रश्नावली 13 (C)

प्रश्न 1

निम्नलिखित सारणी में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए : बेलन का :
क्र.सं.त्रिज्याऊँचाईवक्रपृष्ठसम्पूर्ण पृष्ठआयतन
(A)15 सेमी660 वर्ग सेमी
(B)7 सेमी780 सेमी
हल : 
(A) माना
ऊँचाई  h=15 सेमी 
वक्रपृष्ठ=660 वर्ग सेमी 
वक्रपृष्ठ=2𝛑rh=660

2×227×r×15=660r=7×6602×22×15
=7 सेमी

सम्पूर्ण पृष्ठ
=2πr(h+r)=2×227×7(15+7)=44×22

=968 वर्ग सेमी

आयतन
=πr2h=227×7×7×15
=2310  घन सेमी
त्रिज्या =7 सेमी

सम्पूर्ण पृष्ठ=968 वर्ग सेमी
आयतन=2310  घन सेमी

(B) माना   त्रिज्या r=7 सेमी
सम्पूर्ण पृष्ठ =748 वर्ग सेमी
सम्पूर्ण पृष्ठ =2πr(h+r)
748=2×227×7(h+7)
h+7=7482×22=17
h=177=10 सेमी
वक्रपृष्ठ =2πrh
=2×227×7×10
=440 वर्ग सेमी
आयतन =πr2h
=227×7×7×10
=1540 घन सेमी
ऊँचाई =10 सेमी
वक्रपृष्ठ =440 वर्ग सेमी
आयतन =1540 घन सेमी ।

प्रश्न 2. 

एक लम्बवृत्तीय' बेलन के आधार का क्षेत्रफल 154 . वर्ग सेमी है. । बेलन की ऊँचाई 10 सेमी है, तो आयतन ज्ञात कीजिए ।
हल :
बेलन के आधार का क्षेत्रफल =154 वर्ग सेमी
बेलन की ऊँचाई =10 सेमी

आयतन=आधार का क्षेत्रफल ×ऊँचाई
=154×10 =1540 घन सेमी
अभीष्ट आयतन =1540 घन सेमी ।

प्रश्न 3. 

एक 'लम्बवृत्तीय' बेलन के आधार का क्षेत्रफल 81π वर्ग सेमी है, यदि उसकी ऊँचाई 14 सेमी है, तो उसका वकपषष्ठ ज्ञात कीजिए ।
हल : 
माना बेलन की त्रिज्या r है, तब
आधार का क्षेत्रफल=πr2
=81𝛑
r2=81
r=9 सेमी

बेलन की ऊँचाई h=14 सेमी

वक्रपृष्ठ=2𝛑rh 
=2×227×9×14
=2×22×9×2
=792 वर्ग सेमी 
अभीष्ट वक्रपृष्ठ =792 वर्ग सेमी ।

प्रश्न 4. 

दो समान ऊँचाई वाले लम्बवृत्तीय बेलनों के आधार की त्रिज्याएँ 2: 5 के अनुपात में हैं । इनके आयतनों का अनुपात ज्ञात कीजिए ।
हल : 
माना दो समान ऊँचाई h वाले बेलनों के आधार की त्रिज्याएँ r1 तथा r2 हैं ।
r1:r2=2:5, (दिया है)
माना बेलनों के आयतन V1 तथा V2 हैं। 
अतः V1=πr21h तथा V2=πr22h
V1V2=πr21hπr22h=r21r22=(r1r2)2
V1V2=(25)2=425   दिया है : r1r2=25
आयतनों में अनुपात =4:25.

प्रश्न 5. 

यदि किसी बेलन का वक्रपृष्ठ 110 सेमी 2 तथा ऊँचाई 5 सेमी है, तो उस बेलन की त्रिज्या ज्ञात कीजिए ।
हल : 
बेलन की ऊँचाई h=5 सेमी तथा वक्रपृष्ठ =110 सेमी 2
माना बेलन की त्रिज्या =r सेमी है, तब

बेलन का वक्रपृष्ठ
=2πrh110=2×227×r×5
r=110×72×22ׯ5=72
=3.5 सेमी
अभीष्ट त्रिज्या =3.5 सेमी ।

प्रश्न 6. 

यदि एक गैलर का व्यास 120 सेमी तथा ऊँचाई 84 सेमी है । एक चक्कर में वह कितनी जगह को समतल करेगा।
हल : 
माना रौलर की त्रिज्या =r सेमी है, तब
व्यास=2 r=120 सेमी 
r=60 सेमी 
बेलन की ऊँचाई h=84 सेमी
एक चक्कर में चली गई दूरी= रौलर का वक्रपृष्ठ
=2πrh =2×227×60×84 वर्ग सेमी
=31680 वर्ग सेमी
एक चक्कर में चली गई दूरी =31680 वर्ग सेमी ।

प्रश्न 7. 

सिद्ध करो कि बेलन के आयतन का दुगुना उसके वक्रपृष्ठ और आधार त्रिज्या के गुणनफल' के बराबर होता है ।
हल : 
माना बेलन की त्रिज्या =r तथा ऊँचाई =h है, तब सिद्ध करना है कि
2×आयतन = वक्रपृष्ठ×त्रिज्या 
 बायाँ पक्ष =2×आयतन 
=2×πr2h=2πr2h

दायाँ पक्ष =वक्रपृष्ठ ×त्रिज्या 
=2πrh×r=2πr2h

अत : बायाँ पक्ष = दायाँ पक्ष ।

प्रश्न 8. 

यदि दो बेलनों की त्रिज्याओं में 2:3 का अनुपात है तथा उनकी'ऊँचाइयों में 5:3 का अनुपात है, तो उनके आयतनों का अनुपात ज्ञात कीजिए ।
हल : 
माना दो बेलनों की त्रिज्याएँ r1 तथा r2 और उनकी ऊँचाइयाँ h1 तथा h2 हैं, तब
r1r2=23..........(1)
h1h2=53..........(2)
उनके आयतनों में अनुपात =ननुपात 

=V1V2=πr21h1πr22h2=(r1r2)2×(h1h2)=(23)2×53
=49×53=2027
आयतनों में अनुपात =20:27.

प्रश्न 9. 

किसी बेलन का वकपृष्ठ 264 मी. 2 तथा आयतन 396 मी. 3 हैं। बेलन की ऊँचाई तथा बेलन के आधार की त्रिज्या ज्ञात कीजिए।
हल : 
बेलन का वक्रपृष्ठ,
2πrh=264 मी. 2
बेलन का आयतन, πr2h=396 मी. 3
πr2h2πrh=396264r2=32r=3
2𝝿rh=264 लेने पर,
2×227×3×h=264h=264×72×22×3
=14 मी.
अतः बेलन की ऊँचाई तथा त्रिज्या 14 मी. तथा 3 मी. हैं।
उत्तर

प्रश्न 10. 

44 सेमी लम्बे, 20 सेमी चौड़े आयताकार कागज को लम्बाई की ओर मोड़ने पर एक बेलन बनाया गया है । प्राप्त बेलन का आयतन ज्ञात कीजिए । π=227 )
हल : 
आयताकार कागज की लम्बाई 44 सेमी तथा चौड़ाई 20 सेमी है । लम्बाई की ओर मोड़ने पर बने बेलन की परिधि
44 सेमी तथा ऊँचाई 20 सेमी होगी, तब
परिधि 
=2πr=442×227×r=44r=7×442×22
=7 सेमी

आयतन=πr2h=227×7×7×20=22×7×20
=3080  घन सेमी 
अभीष्ट आयतन =3080 घन सेमी ।

प्रश्न 11. 

ऊँचाई 14 सेमी वाले एक लम्बवृत्तीयं बेलन का वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल 88 सेमी है है। बेलन के आधार का व्यास ज्ञात कीजिए।
हल: 
वक्रीय पुष्ठ या वक्र पुष्ठीय क्षेत्रफल =2πm
88=2×227×r×14r=88×72×22×14=1

प्रश्न 12. 

धांतु की एक चादर से 1 मीटर ऊँची तथा 140 सेमी व्यास के आधार वाली एक बंद बेलनाकार' टंकी बनाई जानी है। इस कार्य के लिए कितने वर्ग मीटर चादर की आवश्यकता होगी ?
हल : 
माना r आधार की त्रिज्या और h 'बेलनाकार टंकी की ऊँचाई है।
यहाँ h=1 मीटर, r=1402 सेमी =70 सेमी =0.70 मीटर

बंद 'बेलनाकार टंकी के लिए आवश्यक धातु की चादर
= इसका कुल पृष्ठीय क्षेत्रफल
=2πr(h+r)=2×227×0.7(1+070)=2×22×01×1.70
=7.48 मी 2 

आवश्यक चादर =7.48 मी 2 

प्रश्न 13. 

धातु का एक पाइप 77 सेमी लम्बा है। इसकी एक अनुप्रस्थ काट का आंतरिक व्यास 4 सेमी है और बाहरी व्यास 4 .4 सेमी है (देखिए आकृति)। ज्ञात कीजिए।










(i) आन्तरिक वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल
(ii) बाहरी वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल
(iii) कुल पृष्ठीय क्षेत्रफल















हल : 
धात्यिक पाइप के लिये,
लम्बाई, h=77 सेमी
आन्तरिक व्यास =4 सेमी
बाहरी व्यास =4.4 सेमी
आन्तरिक त्रिज्या r=2 सेमी
बाह्य त्रिज्या R=2.2 सेमी
(i)
आन्तरिक वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल 
=2πrh=2×1227×2×77
=968 सेमी 2

(ii)
बाहरी वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल =2πRh
=2×227×2.2×77
=1064.8 सेमी 2

(iii) कुल पृष्ठीय क्षेत्रफल = आन्तरिक वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल +बाहरी वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल + दोनों किनारों का क्षेत्रफल
=968+10648+2π(R2r2)=[968+1064.8+2×227(22222)]=[968+10648+2×227(4.844)]=(2032.8+5.28)
=2038.08 सेमी 2

प्रश्न 14. 

एक रोलर (Roller) का व्यास 84 सेमी और लम्बाई 120 सेमी है। एक खेल के मैदान को एक बार समतल करने के लिए 500 चक्कर लगाने पड़ते हैं। खेल के मैदान का (मीटर 2 में) क्षेत्रफल ज्ञात कीजिए।
हल : 
रोलर की लम्बाई 120 सेमी अर्थात् h=1.2 मीटर और बेलन (अर्थात् रोलर) की त्रिज्या =842 सेमी =42 सेमी =0.42 मीटर।
एक चक्कर में रोलर द्वारा तय की जाने वाली दूरी = इसका वक्रीय पृष्ठ
=2πh=(2×227×0.42×1.2)
=3.168 मी 2

खेल के मैदान का क्षेत्रफंल =500 चक्करों में रोलर द्वारा तय की गई दूरी
=(500×3168)+h2
=1584 मी 2

प्रश्न 15.

किसी बेलनाकार स्तंभ का व्यास 50 सेमी है और ऊँचाई 3.5 मी है। 12.50 रुपए प्रति मी 2 की दर से इस स्तम्भ के वक्र पृष्ठ पर पेंट कराने का व्यय ज्ञात कीजिए।
हल : 
माना आधार की त्रिज्या r और स्तम्भ की ऊँचाई h है।
r=502 सेमी =25 सेमी =0.25 मी और h=3.5 मी

वक्रीय पृष्ठ 
=2πrh=(2×227×025×3.5)+A2
=5.5 मी 2

12.50 रु. प्रति वर्ग मी की दर से वक्र पृष्ठ पर पेंट कराने का व्यय
=(5.5×12.5)=68.75

प्रश्न 16.

एक लम्ब वृत्तीय बेलन का वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल 4.4 m2 है। यदि बेलन के आधार की त्रिज्या 0.7 m है, तो असकी ऊँचाई ज्ञात कीजिए।
हल : 
प्रश्नानुसार लम्ब वृत्तीय बेलन के वक्र पृष्ठ का क्षेत्रफल =4.4 m2
तथा  बेलन की त्रिज्या (r)=0.7 m
बेलन की ऊँचाई (h)=?
माना कि बेलन की ऊँचाई =h
2πh=4.4
2×227×0.7×h=4.42×227×710×h=4.44410×h=4.4h=4.4×1044=4410×101×144h=1 m.

प्रश्न 17. 

किसी वृत्ताकार ' कुएँ का आन्तरिक व्यास 3.5 m है और यह 10 m गहरा है। ज्ञात कीजिए
(i) आन्तरिक वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल।
(ii) 40 रु. प्रति m2 की दर से इसके वक्र पृष्ठ पर प्लास्टर कराने का व्यय।
हल : 
प्रश्नानुसार, वृत्ताकार कुएँ का आन्तरिक व्यास =3.5 m
कुएँ की त्रिज्या (r)=3.52=1.75 m
कुएँ की गहराई (h)=10 m

(i) चूँक कुआँ बेलनाकार है, अतः कुएँ का आन्तरिक वक्र पृष्ठ का क्षेत्रफल
=2πrh=2×227×1.75×10 m2=2×227×175100×10 m2=110 m2

(ii)1 m2. क्षेत्रफल पर प्लास्टर कराने का व्यय =40 रु.
110 m2 पर प्लास्टर कराने का व्यय
=40×110 
=4400

प्रश्न 18. 

गरम पानी द्वारा गरम रखने वाले एक संयंत्र में 28 m लम्बाई और 5 cm व्यास वाला एक बेलनाकार पाइप है। इस संयंत्र में गर्मी देने वाला कुल कितना पृष्ठ है?
हल : 
माना कि बेलनाकार पाइप की लम्बाई (ऊँचाई) =h है।
प्रश्नानुसार,  h=28 m
तथा  बेलनाकार पाइप की त्रिज्या (r)=r.
2r=5 cm
दिया है : r=52 cm

गर्मी देने वाले बेलनाकार पाइप का वक्रपृष्ठीय क्षेत्रफल =2πr
=2×227×52×2800=44000 cm2=4400010000 m2=4.4 m2
उत्तर

प्रश्न 19. 

ज्ञात कीजिए :
(i) एक बेलनाकार पेट्रोल की बन्द टंकी का पाश्व्व या वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल, जिसका व्यास 4.2 m है और ऊँचाई 4.5 m है।

(ii) इस टंकी को बनाने में कुल कितना इस्पात (steel) लगा होगा, यदि कुल इस्पात का 112 भाग बनाने में नष्ट हो गया है?

हल : 
(i) 'प्रश्नानुसार बेलनाकार पेट्रोल की टंकी का व्यास
2r=4.2 m त्रिज्या (r)=4.22=2.1 m
टंकी की ऊँचाई (h)=4.5 m
अतः पेट्रोल की टंकी का वक्र पृष्ठ्ठीय क्षेत्रफल =2πrh
=2×227×2.1×4.5 m2=59.4 m2

(ii) माना कि इस टंकी को बनाने में लगा इस्पात =x m2

प्रश्नानुसार क्योंकि टंकी को बनाने में कुल इस्पात का 112 भाग नष्ट हो जाता है। अतः टंकी में लगे इस्पात का क्षेत्रफल =x112x=1112x
1112x=59.4 m211x=12×59.4x=12×59.411x=12×5.4=64.8 m2

प्रश्न 20. 

दी गयी आकृति में, आप एक लैंपशेड का फ्रेम देख रहे हैं। इसे एक सजावटी कपड़े से ढका जाना है। इस फ्रेम के आधार का व्यास 20 cm है और ऊँचाई 30 cm है । फ्रेम के उपर और नीचे मोड़ने के लिए दोनों ओर 2.5 cm अतिरिक्त कपड़ा भी छोड़ा जाना है। ज्ञात कीजिए कि लैंपशेड को ढकने के लिए कुल कितने कपड़े की आवश्यकता होगी?
हल :
फ्रेम की ऊँचाई (H)=30 cm.
ऊपर व नीचे मोड़े जाने वाले प्रत्येक कपड़े की ऊँचाई (h)=2.5 cm










अब माना कि प्रत्येक भाग की त्रिज्या (r) हो, तब
प्रश्नानुसार व्यास (2r)=20 cm
या  r=202 cm=10 cm

लैंपशेड ढकने के लिए आवश्यक कपड़ा
=Ist बेलन के वक्र पृष्ठ का क्षेत्रफल + IInd बेलन के वक्रपृष्ठ का क्षेत्रफल+ III बेलन के वक्र पृष्ठ क 

=2πrh+2πrH+2πrh=2πr(h+H+h)=2πr(2h+H)
=2×227×10(30+2×2.5)cm2=4407×35=440×5=2200 cm2.

प्रश्न 21.

किसी विद्यालय के विद्यार्थियों से एक आधार वाले बेलनाकार कलमदानों को गत्ते से बनाने और
सजाने की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कहा गया। प्रत्येक कलमदान को 3 cm त्रिज्या और 10.5 ऊँचाई
का होना था विद्यालय को इसके लिए प्रतिभागियों को गत्ता देना था। यदि इसमें 35 प्रतिभागी थे, तो विद्यालय
को कितना गत्ता खरीदना पड़ा होगा?
Sol :
प्रश्नानुसार माना कि बेलनाकार कलमदानों की त्रिज्या r है तब r=3 cm है।

बेलनाकार कलमदानों की ऊँचाई=h=10.5 cm

कलमदान के लिए वांछित गत्ता=कलमदान का वक्रपृष्ठीय क्षेत्रफल + वृत्ताकार आधार का क्षेत्रफल
=2𝝿rh+𝝿r2
=𝝿r(2h+r)
=227×3(2×10.5+3)
=227×3(21+3)
=227×3×24
=226.28 cm2

अर्थात् प्रत्येक प्रतिभागी के लिए कलमदान बनाने के लिए वांछनीय गत्ते का क्षेत्रफल =226.28 cm2 

अतः 35 कलमदानों हेतु वांछित गत्ता
=(226.28×35)cm2=7919.8 cm2
=7920  cm2 (लगभग)

प्रश्न 22. 

एक बेलनाकार बर्तन के आधार की परिधि 132 cm और उसकी ऊँचाई 25 cm है। इस बर्तन में कितने लीटर पानी आ सकता है? (1000 cm3=1.लीटर)
हल : - 
बर्तन के आधार की परिधि =132 cm
माना जब आधार की त्रिज्या r है तो परिधि =2πr '
2πr=132 cm
2×227×r=132r=132×12×722r=21 cm
बर्तन की ऊँचाई (h)=25 cm

 बर्तन का आयतन = बेलन का आयतन
=πr2h=227×21×21×25 cm3=22×3×21×25 cm3=34650 cm3
1000 cm3=1 लीटर अतः
=346501000 लीटर
=34.65 लीटर। 

प्रश्न 23. 

लकड़ी के एक बेल्नाकार पाइप का आन्तरिक व्यास 24 cm है और बाहरी व्यास 28 cm है। इस पाइप की लम्बाई 35 cm हैं। इस पोइप का द्रव्यमान ज्ञात कीजिए, यदि 1 cm3 लकड़ी का 'द्रव्यमान 0.6 ग्राम है।
बाहरी त्रिज्या =R=282=14 सेमी
तथा r=भीतरी त्रिज्या =242 सेमी=12 सेमी 
पाइप बनाने में प्रयुक्त लकड़ी का आयतन = बाहरी बेलन का आयतन - भीतरी बेलन का आयतन
=πR2hπr2h=π(R2r2)h=227×(142122)×35
=227×(14+12)(1412)×=227×26×2×35
=5720 सेमी 3

1 सेमी 3 का द्रव्यमान =0.6 ग्राम
5720 सेमी 3 का द्रव्यमान =(5720×0.6)
=(5720×0.61000)
=3.432 किग्रा।

प्रश्न 24. 

एक सोफ्ट ड्रिंक (Soft drink) दो प्रकार के पैकों में उपलब्ध है : (i) लंबाई 5 सेमी और चौड़ाई 4 सेमी वाले एक आयताकार' आधार का टिन का डिब्बा जिसकी ऊँचाई 15 सेमी है और (ii) व्यास 7 सेमी वाले वृत्तीय आधार और 10 सेमी ऊँचाई वाला एक प्लास्टिक का बेलनाकार डिब्बा। किस डिब्बे की धारिता अधिक है और कितनी अधिक है ?
हल :
(i) आयताकार पैक के लिये,
लम्बाई, l=5 सेमी
चौड़ाई, b=4 सेमी
ऊँचाई, h=15 सेमी

आयतन 
=l×b×h=5×4×15
=300 सेमी 3

(ii) बेलनाकार पैक के लिये,
व्यास =7 सेमी
त्रिज्या, r=72 सेमी
ऊँचाई, h=10 सेमी

आयतन 
=πr2h=227×(72)2×10=227×494×10=15404
=385 सेमी 3

स्पष्ट है कि 'बेलनाकार डिब्बे की धारिता =385-300=85 घन सेमी अधिक है।
उत्तर

प्रश्न 25. 

यदि एक बेलन का पाश्व्व पृष्ठीय क्षेत्रफल 94.2 सेमी 2 और उसकी ऊँचाई 5 सेमी है, तो ज्ञात कीजिए :
(i) आधार की त्रिज्या,
(ii) बेलन का आयतन, (π=3.14 लीजिए)।
हल : 
बेलन के लिये,
ऊँचाई, h=5 सेमी
(i)
वक्रपृष्ठीय क्षेत्रफल =94.2 सेमी 2
2𝝿h=94.2
2×3.14×r×5=84.2
r=94.22×3.14×5
r=94.231.4
=942314
=3 सेमी। 
उत्तर
(ii)
बेलन का आयतन 
=πr2h=3.14×(3)2×5=3.14×45
=141.3 सेमी 3
उत्तर


प्रश्न 26. 

10 m गहरे एक बेलनाकार' बर्तन की आन्तरिक वक्र पृष्ठ को पेंट कराने का व्यय 2200 रुपये है। यदि पेंट कराने की दर 20 रुपये प्रति m2 है, तो ज्ञात कीजिए :
(i) बर्तन का आन्तरिक वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल
(ii) आधार की त्रिज्या
(iii) बर्तन की धारिता।
हल : 
बर्तन के आन्तरिक वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल को पेन्ट कराने का व्यय
=2200 रु.
पेंट कराने की दर =20 रु. प्रति m2
(i) अतः बर्तन का आन्तरिक वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल =कुल व्यय / दरं 
=220020=110 m2............(i)

(ii) बर्तन की गहराई (h)=10 m
अब माना कि आधार की त्रिज्या =r है।

∴ बर्तन का आन्तरिक पृष्ठीय क्षेत्रफल 
=2πrh=2×227×r×10..........(ii)
अब (i) व (ii) से
2×227×r×10=110
या
r=110×12×722×110r0=1.75 m.

(iii) अब चूँकि r=1.75 m तथा h=10 m.
बर्तन की धारिता =बेलन का आयतन 
=πr2h=227×1.75×1.75×10=96.25 m3
∵ हम जानते है कि 1 m3=1 किलोलीटर,
अतः 96.25 किलोलीटर।

प्रश्न 27. 

ऊँचाई 1 m वाले एक बेलनाकार बर्तन की धारिता 15.4 लीदर है। इसको बनाने के लिए कितने वर्ग मीटर धातु की शीट की आवश्यकता होगी?
हल :
बर्तन की ऊँचाई (h)=1 m
बर्तन की धारिता =15.4 लीटर
=15.41000=0.0154 m3.........(i)
                         [1000 लटटर =1 m3]

अब माना कि बर्तन के आधार की त्रिज्या r हैं
πr2h=0.0154
227×r2×1=0.0154r2=0.0154×722=0.0007×7r2=0.0049r=0.0049=0.07 m

क्योंकि यह बेलनाकार बर्तन बन्द है।
अतः बर्तन बनाने में लगी धातु का क्षेत्रफल = बर्तन का वक्र पृष्ठीय क्षेत्रफल+ दो वृत्ताकार ढक्कनों का क्षेत्रफल
=2πrh+2πr2
=2πr(h+r)
=2×227×0.07(1+0.07)
=447×0.07×1.07
=44×0.01×1.07
=0.4708 m2

प्रश्न 28. 

सीसे की एक पेसिल (lead pencil) लकड़ी के एक बेलन के अभ्यंतर में ग्रेफइट (graphite) से बने ठेस बेलन को डाल कर बनाई गई है। पैसिल का व्यास 7 mm है और ग्रेफाइट का व्यास 1 mm है। यदि पेंसिल की लम्बाई 14 cm है, तो लकड़ी का आयतन और ग्रेफाइट का आयतन ज्ञात कीजिए।
हल : 
माना कि पेंसिल में लगी ग्रेफांइट की त्रिज्या r है।
व्यास (2r)=1 मिमी.
r=12 mm=12×110 cmr=120 cm
ग्रेफाइट की ऊँचाई $(h)=14 \mathrm{~cm}

ग्रेफाइट का आयतन
=πr2h
=227×(120)2×14 cm3
=227×1400×14 cm3
=11100 cm3
=0.11 cm3

अब माना कि पेंसिल की त्रिज्या R हैं।
अतः व्यास (2R)=7 mm
R=72 mm=72×110 cm
R=720 cm
पेंसिल का आयतन =πr2h
=227×(720)2×14 cm3=227×49400×14 cm3=5.39 cm3
लकड़ी का आयतन = पेंसिल का आयतन - ग्रेफाइट का आयतन
=(5.390.11)cm3=5.28 cm3

प्रश्न 29. 

एक अस्पताल (hospital) के एक रोगी को प्रतिदिन 7 cm व्यास वाले एक बेलनांकार कटोरे में सूप (soup) दिया जाता है। यदि यह कटोरा सूप से 4 cm ऊँचाई तक भरा जाता है, तो इस अस्पताल में 250 रोगियों के लिए प्रतिदिन कितना सूप तैयार किया जाता है?
हल : 
माना बेलनाकार कटोरे के वृत्तीय आधार की त्रिज्या r है।
व्यास (2r)=7 cm
r=72 cm
कटोरे की ऊँचाई (h)=4 cm
बेलनाकार कटोरे का आयतन =πr2h
=227×(72)2×4=227×72×72×4=22×7=154 cm3
चूँकि कटोरा पूरी तरह से सूप से भरा हुआ है। अतः एक कटोरे में भरे गए सूप की मांत्रा या आयतन =154 cm3 अतः अस्ततल द्वारा तैयार किए गए 250 रोगियों होतु सूप की कुल मात्रा
=(250×154)cm3=38500 cm3
=385001000 लीटर [1 लीटर=1000 cm3]
=38.5 लीटर

No comments:

Post a Comment

Contact Form

Name

Email *

Message *