Loading [MathJax]/jax/output/HTML-CSS/jax.js

Dr Manohar Re Solution CLASS 9 CHAPTER 1 (Number System) संख्या पद्धति प्रश्नावली 1 (C)

 प्रश्नावली 1 (C)

प्रश्न 1

निम्नलिखित संख्याओं को संख्या रेखा पर निरूपित कीजिए :
(i) 15

(ii) 25

(iii) 327

(iv) 83
हल :
(i) 15=0.2;0<15<1





(ii) 25;1<25<0





(iii) 327;3<327<4




(iv)83=223;2<223<3




प्रश्न 2

निम्नलिखित परिमेय संख्यओं में से कौन-सी संख्या को सांत दशमलव के रूप में निरूपित कर सकते हैं :
(i) 120

(ii) 127

(iii) 35

(iv) 115.

हल : 
विशेष : यदि धन पूर्णांकों p और q का कोई सार्वभाजक नहीं है, तब pq का दशमलव निरूपण सांत होता है,
जहाँ q के अभाज्य गुणनखण्ड केवल 2 और 5 हों अर्थात् q=2m×5n ;$ जहाँ m, n=0,1,2,3,...

(i) 120 में 20=22×5 ,
20 के गुणनखण्डों में 2 और 5 हैं अर्थात् सांत दशमलव के रूप में निरूपित कर सकते हैं ।

(ii) 127 में 27=33
अर्थात् 27 के गुणनखण्डों में 2 अथवा 5 नहीं है ।
अतः सांत दशमलव के रूप में निरूपित नहीं कर सकते हैं ।

(iii) 35 में 5=1×5 अर्थात् 5 के गुणनखण्ड में 5 है ।
अतः सांत दशमलव के रूप में निरूपित कर सकते हैं ।

(iv) 115 में 15=3×5 अर्थात् 15 के गुणनखण्ड में 5 है, 2 नहीं है । 
अतः सांत दशमलव के रूप में निरूपित नहीं कर सकते हैं ।

प्रश्न 3

निम्नलिखित दशमलव भिन्न को परिमेय संख्या pq के रूप में बदलिए :
(i) 0¯234
(ii) 0.12¯54
हल : 
(i) दशमलव भित्र
0¯234=0.2342341000×0.¯234=234.234234
समीकरण (2) में से (1) को घटाने पर
1000×0.¯2340¯234=234.2342340.234234999×0¯234=2340¯234=234999

(ii) दशमलव भिन्न 0.12¯54
012¯54=0.125454100×0.12¯54=100×0.125454100×0.12¯54=12.545410,000×0.12¯54=1254.5454
समीकरण (3) में से (2) को घटाने पर
9900×012¯54=1242012¯54=12429900=69550

प्रश्न 4

निम्नलिखित भिन्नों को दशमलव रूप में लिखिये और बताइये कि प्रत्येक का दशमलव प्रसार किस प्रकार है :

(i) 36100

(ii) 111

(iii) 418

(iv) 313

(v) 211

(vi) 329400

हल : 
(i) 36100=0.36
इसका दशमलव प्रसार सांत है।

(ii) 111
भाग विधि द्वारा :









































अर्थात् 111=0.09090909.
=0.¯09
इसका दशमलव प्रसार अनवसानी पुनरावर्ती है।

(iii) 418=338
भाग विधि द्वारा :


















अर्थात् 418=338=4125
इसका दशमलव प्रसार सांत है।

(iv) 313








































अर्थात् 313=0.230769230769=0.¯230769
इसका दशमलव प्रसार अनवसानी पुनरावर्ती है।

(v) 211








































अर्थात 211=0.1818 =0.¯18
इसका दशमलव प्रसार अनवसानी पनरावर्ती है।

(vi) 329400
























अर्थांत् 329400=0.8225
इसका दशमलव प्रसार सांत है।

प्रश्न 5

आप जानते हैं कि 17=0.¯142857 है। वास्तव में लम्बा भाग दिये बिना क्या आप यह बता सकते हैं कि 27,37,47,57,67 के दशमलव प्रसार क्या हैं ? यदि हाँ, तो कैसे ?
हल : हाँ, प्रश्न में दी गई सभी संख्याओं क्रमशः 17,27,37,47,57,67 का दशमलव प्रसार आवर्ती दशमलव है जोकि 1,4,2,8,5,7 का ही प्रसार है।









































अर्थात् 17=0¯142857

27 का मान ज्ञात करने के लिये यह जानना आवश्यक होगा कि शेषफल 2 कब आता है तथा उससे सम्बन्धित भागफल जोकि इस प्रश्न में 2 है, तब वहाँ से प्रारम्भ होने वाला नया भागफल लिखना होगा, अर्थात्

इसी प्रकार

27=0¯28571437=0.¯42857147=0.¯57142857=0.¯71428567=0.¯857142

प्रश्न 6

निम्नलिखित को p/q के रूप में व्यक्त कीजिये, जहाँ p और q पूर्णांक हैं तथा q≠0 है
(i) 0¯6
(ii) 0.4¯7
(iii) 0¯001
हल : 
(i) मान लीजिए x=0¯6=0.6666 --------(i)
दोनों पक्षों में 10 का गुणा करने पर  10x=6.666
=6+0.66610x=6+x9x=6x=69=230¯.6=23

(ii) मान लीजिए x=0.4¯7
दोनों पक्षों में 10 का गुणा करने पर  10x=10×0.4¯7=4¯710x=4+0¯7=4+79=439x=43900.4¯7=4390x=0¯001

 (iii)मान लीजिए  x=0¯001-----(i)
यहाँ दशमलव बिन्दु के बाद तीन आवती अंक हैं, अतः समी. (i) में (10)3=1000 से गुणा करने पर,
1000x=1001001 -------(ii) 
समी. (ii) में से समी. (i) को घटाने पर,
1000xx=(1001001)(0.001001)999x=1x=19990.¯001=1999

प्रश्न 7

0.9999... को pq के रूप में व्यक्त कीजिये। क्या आप अपने उत्तर से आश्चर्यचकित हैं ? अपने अध्यापक और कक्षा के सहयोगियों के साथ उत्तर की सार्थकता पर चर्ना कीजिये।
हल : 
मान लीजिए x=0.99999...---------(i)
∵ यहाँ केवल एक आवर्ती अंक है। अतः दोनों पक्षों में 10 का गुणा करने पर
10x=9.9999....
=9+0.9999....
10x=9+x
9x=9
x=1
0.9999....=1

प्रश्न 8

117 के दशमलव प्रसार में अंकों के पुनरावृत्ति खण्ड में अंकों की अधिकतम संख्या क्या हो सकती है ? अपने उत्तर की जाँच के लिये विभाजन क्रिया कीजिये।v
हल : 








































117=0.¯0588235294117647

117 में भागफल में अंकों की अधिकतम संख्या 16 है।

प्रश्न 9

pq,(q0) के रूप की परिमेय संख्याओं के अनेक उदाहरण लीजिये, जहाँ p व q पूर्णाक हैं, जिनका 1 के अतिरिक्त अन्य कोई उभयनिष्ठ गुणनखण्ड नहीं है और जिसका सांत दशमलव निरूपण है। क्या आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि q को कौन-सा गुण अवश्य सन्तुष्ट करना चाहिये।
हल : 
pq,(q0) के रूप की परिमेय संख्यारें क्रमशः 12,78,639250,716,1125, आदि हो सकती हैं जिनका सांत दशमलव निरूपण होता है।
सांत दशमलव की परिभाषा के अनुसार जब किसी परिमेय संख्या का हर 2 या 5 या दोनों की घात में हो, तो ऐसी परिमेय संख्याओं से सांत दशमलव प्राप्त होता है। 
दूसरे शब्दों में, यह भी कहा जा सकता है कि परिमेय संख्या pq,(q0) को सांत दमशलव रूप में निरूपित करने के लिये आवश्यक है कि प्रत्येक q ऐसा लिया जाये कि q के अभाण्य गुणनखण्ड में केवल 2 की घात या 5 की घात या दोनों ही हों।

प्रश्न 10

ऐसी तीन संख्यायें लिखिये जिनके दशमलव प्रसार अनवसानी अनावर्ती हों। 
हल : 
हम जानते हैं कि सभी अपरिमेय संख्याओं का दशमलव प्रसार अनषसानी आवर्ती होता है। अत: 2,3,5, इत्यादि का दशमलव प्रसार अनवसानी आवर्ती है। ऐसी संख्या को सीधे दशमलव प्रसार के रूप में भी लिख सकते है :
a=0.04004000400004....
b=0.505005000500005...
c=0.007000700007...

प्रश्न 11

परिमेय संख्याओं 57 और 911 के बीच तीन अलग-अलग अपरिमेय संख्यायें ज्ञात कीजिये।
हल : 
परिमेय संख्या 57 का दशमलव निरूपण इस प्रकार है :








































इसके आगे हल करने की प्रक्रिया पूर्वानुसार है।

57=0.¯714285

अब दूसरी संख्या 911 का दशमलव निरूपण निम्नानुसार है :









































इसको आगे हल करने की प्रक्रिया चरण E के अनुसार है।

911=0.¯81

अब 57=0.¯714285 तथा =0.¯81 के बीच अनेक अपरिमित संख्याओं को ज्ञात किया जा सकता है। उनमें से
कोई तीन 0.75075007500075000075...., 0.767076700767000767.... तथा 0.808008000800008... भी हो सकती हैं।

प्रश्न 12

बताइये कि निम्नलिखित संख्याओं में कौन-कौन संख्यायें परिमेय और कौन-कौन संख्यायें अपरिमेय हैं।
(i) 23
(ii) 225
(iii) 0.3796
(iv) 7.478478...
(v) 1.101001000100001
हल : 
(i) 23 अभाण्य संख्या होने के कारण अंपरिमेय है क्योंकि अभाज्य संख्या एक पूर्ण की संख्या नही होती है।

(ii) 225=3×3×5×5=3×5=15
अतः 225=15 एक परिमेय संख्या है।

(iii) 0.3796 एक सांत दशमलव संख्या है। 
अतः 0.3796 एक परिमेय संख्या है।

(iv) 7.478478... एक आवर्ती लेकिन पुनरावृत्ति है।
∴ यह एक परिमेय संख्या है।

(v) 1.101001000100001... यह एक आवर्ती है लेकिन पुनरावृत्ति नहीं है। 
अतः यह एक अपरिमेय संख्या  है।

प्रश्न 13. 

1 और 2 के बीच एक अपरिमेय संख्या बताइए ।
हल : 
यदि a और b कोई दो धनात्मक वास्तविक संख्याएँ हैं, तब इनके बीच एक अपरिमेय संख्या ab होती है । तब,
1 और 2 के बीच एक अपरिमेय संख्या =1×2=2.

अतः अभीष्ट अपरिमेय संख्या =2.


प्रश्न 14

13 और 12 के बीच तीन परिमेय संख्याएँ लिखिए ।

हल : 
13 और 12 के बीच परिमेय संख्या =12(13+12)

=12(56)=512

13<512<12

अब 13 और 512 के बीच परिमेय संख्या =12[13+512]

=12(4+512)=12×912=924=3813<38<512<12

अतः अभीष्ट तीन परिमेय संख्याएँ 38,512,1124 हैं।


प्रश्न 15

25 और 15 के बीच तीन परिमेय संख्याएँ ज्ञात कीजिए ।
हल : 25 और 15 के बीच परिमेय संख्या =12[2515]

=12[35]=31025<310<15

पुन: 25 और 310 के बीच परिमेय संख्या =12[25310]

=12[4310]

=12[710]

=720.

25<720<310<15

पुन: 310 और 15 के बीच परिमेय संख्या =12[31015]

पुन: 310 और 15 के बीच परिमेय संख्या =12[31015]
=12[3210]=12[510]=14

25<710<310<12<14<15

अतः
अभीष्ट तीन परिमेय संख्याएँ =720,310,14.

प्रश्न 16

2 और 3 के बीच तीन परिमेय संख्याएँ लिखिए ।
हल :
2 और 3 के बीच परिमेय संख्या =12[2+3]=52.
2<52<3

पुन: 2 और 52 के बीच परिमेय संख्या =12[2+52]

=12×92=94

2<94<52<3

पुन: 52 और 3 के बीच परिमेय संख्या =12[52+3]

=12×112=114

2<94<52<114<3

अत:  अभीष्ट परिमेय संख्याएँ =95,52,114

प्रश्न 17

यदि 2 एक परिमेय संख्या नहीं है । सिद्ध कीजिए 2+2 एक परिमेय संख्या नहीं है ।

हल : 
कल्पना कीजिए कि 2+2 एक परिमेय संख्या है । तब,

माना  2+2=r  [जहाँ r एक परिमेय संख्या है]

दोनों पक्षों का वर्ग करने पर

4+2+42=r26+42=r242=r262=r264

r एक परिमेय संख्या है तब r2 भी परिमेय संख्या है । r264 परिमेय संख्या है ।

लेकिन 2 एक परिमेय संख्या नहीं है (दिया है) तब अपरिमेय संख्या किसी परिमेय संख्या के बराबर नहीं होती है । कल्पना 2+2 एक परिमेय संख्या है, गलत है । अतः (2+2) परिमेय संख्या नहीं है ।

प्रश्न 18

सिद्ध कीजिए कि 33 एक परिमेय संख्या नहीं है। 
हल : 
कल्पना कीजिए कि 33 एक परिमेय संख्या है ।

माना33=r  (जहाँ r एक परिमेय संख्या है)

या3=r3

r3 एक परिमेय संख्या है और 3 एक अपरिमेय संख्या है ।

कभी भी अपरिमेय संख्या और परिमेय संख्या बराबर नहीं होती हैं ।

  3r3

33r

33 परिमेय संख्या

अतः 33 एक परिमेय संख्या नहीं है ।

प्रश्न 19

-1 तथा 1 के बीच दो परिमेय संख्याएँ लिखिए । ऐसी कितनी और परिमेय संख्याएँ ज्ञात की जा सकती हैं ।
हल :
-1 तथा 1 के बीच परिमेय संख्या =12[1+1]=0
-1<0<1

पुन: 0 और 1 के बीच परिमेय संख्या =12[0+1]=12

1<0<12<1

अत: अभीष्ट दो परिमेय संख्याएँ =0,12.

∵ दो परिमेय संख्याओं के बीच अनन्त परिमेय संख्याएँ होती हैं । 

अतः -1 तथा 1 के बीच अनन्त परिमेय संख्याएँ होंगी ।

प्रश्न 20

यदि a और b दो परिमेय संख्याएँ हों, तो सिद्ध कीजिए कि a+b, a-b और ab परिमेय संख्याएँ हैं । यदि b≠0 तो सिद्ध कीजिए कि ab भी एक परिमेय संख्या है ।
हल : 
a और b दो परिमेय संख्याएँ हैं, तब, (a+b) परिमेय संख्या होगी, क्योंकि क्रमविनिमेय नियम से,

a,bQa+bQ

अतः दोनों परिमेय संख्याओं का योग भी परिमेय होगा ।

पुन: (a-b) परिमेय संख्या होगी क्योंकि परिमेय संख्या के अन्तर के क्रमविनिमेय नियम से

a,bQ(ab)Q

अतः (a-b) परिमेय संख्या होगी ।

पुन: ab परिमेय संख्या होगी क्योंकि गुणन के क्रमविनिमेय नियम से

a,bQabQ

पुनः ab,b0 परिमेय संख्या होगी क्गोंकि भाग के क्रमविनिमेय नियम से

a,bQabQ,b0

अतः ab परिमेय संख्या होगी ।

प्रश्न 21

यदि a एक धन परिमेय संख्या हो और n एक धन पूर्णांक 1 से बड़ा हो, तो सिद्ध कीजिए कि an एक परिमेय संख्या है ।
हल : 
माना कि a=pq जहाँ p और q दोनों धन पूर्णांक हैं तथा q0.
पुन: n एक धन पूर्णांक है तथा n>1
∵ n=2,3,4, .... लेने पर  

a2=(pq)2 जो एक परिमेय संख्या है ।

a3=(pq)3 जो एक परिमेय संख्या है ।

a4=(pq)4 जो एक परिमेय संख्या है ।
...............................................................................................
...............................................................................................

an=(pq)n जो एक परिमेय संख्या है ।

इससे प्रतीत होता है कि an एक परिमेय संख्या है, जबकि n>1 हो ।

No comments:

Post a Comment

Contact Form

Name

Email *

Message *