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Dr Manohar re Solution Class 10 Chapter 1 वास्तविक संख्याएँ (Real Numbers) प्रश्नावली 1 (C)

 प्रश्नावली 1 (C) 

Question 1

सिद्ध कीजिए कि 33 एक परिमेय संख्या नहीं है।

Sol :
कल्मना कीजिए कि 33 एक परिमेय संख्या है।
माना 3√3=r  (जहाँं r एक परिमेय संख्या है।)
या 3=r3
r3 एक परिमेय संख्या है और 3 एक अपरिमेय संख्या है।कभी भी अपरिमेय संख्या और परिमेय संख्या बराबर नहीं होती हें।

3r3
या 33r
या 33 परिमेय संब्या

अतः 33 उक परिमेय संख्या नहीं है।

Question 2

सिब्ध कीजिए कि 5 एक अपरिमेय संख्या है।
Sol :
माना 5=pq एक पर्मिय संख्या है।..(i)

p, q पूर्णांक है तथा q>1, p तथा q में कोई उभयनिष्ठ गुणनखण्ड नहीं है।

(5)2=(pq)2

5=p2q2

5q=p2q...(ii)

चूँकि 5q एक पूर्णांक है लेकिन p2q में कोई उभयनिष्ठ गुणनखण्ड नहीं है।

अतः p2q5q जो परिणाम (ii) के विपरीत है। इससे सिद्ध होता है कि हमारी कल्पना असत्य है।

अतः 5 अपरिमेय संख्या है।

Question 3

सिद्ध कीजिए कि 3+25 एक अपरिमेय संख्या है।
Sol :
माना 3+25 एक परिमेय संख्या है जो x/y के बराबर है।

अतः xy=3+25
या xy3=25
या 25=xy3 या 5=x2y32

∵ यहाँ 5 एक अपरिमेय संख्या है जो हम प्रश्न 2 में सिद्ध कर चुके हें तथा x2y32 एक परिमेय संख्या है।
इसलिए हमारा विचार गलत है कि दी गयी संख्या परिमेय है।
अत: 3+25 एक अपरिमेय संख्या होगी।

Question 4

सिब कीजिए कि 7 एक अपरिमेय संख्या है।
Sol :
इसके विपरीत हम यह मान लें कि 7 एक परिमेय संख्या है।
हम ऐसे दो पूर्णांक a और b(b0) प्राप्त कर सकते हें कि 7=ab है

यदि a और b में, 1 के अतिरिक्त कोई उभयनिष्ठ गुणनखण्ड हो, तब उस उभयनिष्ठ गुणनखण्ड से भाग देकर a और b को सह अभाज्य बना सकते हें।

अत : b7=a है
दोनों पक्षों का वर्ग करने पर 7b2=a2 प्राप्त होता है।

अतः a2,7 से विभाजित है, तब 7, a को भी विभाजित करेगा।

अतः हम a=7c लिख सकते हैं, जहाँ c एक पूर्णांक़ है

a के इस मान को 7b2=a2 में प्रतिस्थापित करने पर

7b2=49 या b2=7c2

इसका अर्थ है कि b2,7 से विभाजित हो जाता है। इसलिए b भी उससे विभाजित होगा।

अतः a और b में कम से कम एक उभयनिष्ठ गुणनखण्ड 7 है। परन्तु इससे इस तथ्य का विरोधाभास होता है। कि a और b सह अभाज्य हें।

अतः 7 एक अपरिमेय संख्या है।

Question 5

यदि 2 एक परिमेय संख्या नहीं है। सिद्ध कीजिए कि 2+2 एक परिमेय संख्या नहीं है।
Sol :
कल्पना कीजिए कि 2+2 एक परिमेय संख्या है। तब,
माना 2+2=r [जहाँ r एक परिमेय संख्या है

दोनों पक्षों का वर्ग करने पर
4+2+42=r2
या 6+42=r2

∵ r एक परिमेय संख्या है तब r2 भी परिमेय संख्या है।
r264 परिमेय संख्या है।

लेकिन 2 एक परिमेय संख्या नहीं है ( दिया है ) तब अपरिमेय संख्या किसी परिमेय संख्या के बराबर नही होती है।
∴कल्पना 2+2 एक परिमेय संख्या है, गलत हैं
अतः (2+2) परिमेय संख्या नहीं है।

Question 6

सिद्ध कीजिए कि निम्नलिखित संख्याएँ अपरिमेय हैं :
(i) 12
Sol :
माना कि 12 एक परिमेय संख्यां है जो ab के बराबर है।

12=ab, जहाँ b0

या 2=ba

ba एक परिमेय संख्या है। 
2 भी एक परिमेय संख्या होगी।

परन्तु इस तथ्य का विरोधाभास है कि 2 एक अपरिमेय संख्या है।
हमारा मानना अत्यन्त गलत है।

अतः 12 एक अपरिमेय संब्या है।


(ii) 75
Sol :
माना कि 75 एक परिमेय संख्या है जो xy के बराबर है तथा y0.
xy=75
या x=7y5...(i)

∵यहाँ x, y तथा 7 पूर्णाक हैं

समीकरण (i) से,
5=x7y

अर्र्थात् x7y एक परिमेय संख्या है एवं 5 भी एक परिमेय संख्या है जो इस तथ्य का विरोधाभास है कि 5 एक अपरिमेय संख्या है।

∴हमारा मानना गलत है।

अतः 75 एक अपरिमेय संख्या है।


(iii) 6+2
Sol :
माना कि 6+2 एक परिमेय संख्या है जो ab के बराबर है तथा b0.

अब ab=6+2
ab6=2
2=ab6
2=a6bb...(i)

जहाँ a, b तथा 6 पूर्णीक हैं।

यहाँ a6bb एक परिमेय संख्या है।

और समीकरण (i) से, 2 भी एक परिमेय संख्या होनी चाहिए। परन्तु इस तथ्य के विरोधाभास के कारण 2 एक अपरिमेय संख्या है।

∴ हमारा दिचार कदापि सही नहीं है।
अतः 6+2 एक अपरिमेय संख्या होगी।

Question 7

सिद्ध कीजिए कि (31) एक अपरिमेय संख्या है।
Sol :
सिद्ध करना है,
31 एक अपरिमेय संख्या है।
माना 31 एक परिमेय संख्या है।
तब 31=r (जहाँ r एक परिमेय संख्या है)

दोनों पक्षों का वर्ग करने पर,
(31)2=r2
3+123=r2
23=r24
23=4r2
3=4r22

अब 4r22 एक परिमेय संख्या है तथा 3 अपरिमेय संख्या है।

∵अपरिमेय संख्या तथा परिमेय संख्या कभी बराबर नहीं होती हैं।
31 एक अपरिमेय संख्या है।

Question 8

सिद्ध कीजिए कि 53 एक अपरिमेय संख्या है।
Sol :
सिद्ध करना है कि 53 एक अपरिमेय संख्या है।
53=r (जहाँ  r परिमेय संख्या है)

दोनों पक्षों का वर्ग करने पर
5+323×5=r2
8215=r2
215=r28
=(8r2)
215=8r2
15=8r22

अब 8r22 परिमेय संख्या है लेकिन 15 अपरिमेय संख्या है।
∵अपरिमेय संख्या तथा परिमेय संख्या कभी बराबर नहीं होती हैं।
अतः (53) एक अपरिमेय संख्या है।

Question 9

सिद्ध कीजिए कि 2+3 एक अपरिमेय संख्या है।
Sol :
सिद्ध करना है (2+3) एक अपरिमेय संख्या है।
(2+3)=r (जहाँ r परिमेय संख्या है।)

दोनों पक्षों का वर्ग करने पर
(2+3)2=r2
4+3+2×2×3=r2
7+43=r2
43=r27
3=r274

∵ r परिमेय संख्या है तब r274 एक परिमेय संख्या होगी तथा 3 अपरिमेय संख्या है।

∵ अपरिमेय संख्या तथा परिमेय संख्या कभी बराबर नहीं होती हैं।
तब r एक अपरिमेय संख्या होगी। 
अतः 2+3 एक अपरिमेय संख्या है।

Question 10

सिद्ध कीजिए कि 432 एक अपरिमेय संख्या है।
Sol : 
इसकें विपरीत मान लीजिए कि 432 एक परिमेय संख्या है अर्थात सह अभाज्य ऐसी संख्याएँ a और b(b0) ज्ञात कर सकते है कि

432=ab
32=4ab
2=4ba3b

∵ a तथा b पूणाक हैं,

4ba3b एक परिमेय संख्या है।

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